Article 370: 5 अगस्त 2019 को, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जम्मू-कश्मीर के संबंध में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में आर्टिकल 370 को समाप्त करने की घोषणा की, जिससे जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाला संविधान का अनुच्छेद समाप्त हो गया। इसके परिणामस्वरूप, जम्मू-कश्मीर का राज्य दर्जा समाप्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, में विभाजित कर दिया गया। इस प्रक्रिया के दौरान, घाटी में संभावित असंतोष और अराजकता को नियंत्रित करने के लिए इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया और कई प्रमुख नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। विपक्षी दलों ने इस निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन वहां से राहत नहीं मिली।
आइए, जानते हैं कि इन पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर में क्या-क्या बदलाव हुए हैं:
- शांति और सुरक्षा में सुधार
आर्टिकल 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और अलगाववादी ताकतों पर लगाम कसने में सफलता मिली है। पहले की तुलना में, अब क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन और पथराव की घटनाएं बहुत कम हो गई हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, नागरिकों की मौतों में 81 प्रतिशत और सुरक्षा बलों की शहादत में 48 प्रतिशत की कमी आई है। - आतंकवाद पर नियंत्रण
अनुच्छेद 370 के समाप्त होने के बाद, सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इसके परिणामस्वरूप, आतंकी घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है। इस वर्ष 21 जुलाई तक, 14 सुरक्षाकर्मियों और 14 नागरिकों की मौत हुई है, जबकि पिछले वर्ष 2023 में 46 आतंकवादी घटनाएं हुईं, जिनमें 30 जवान और 14 नागरिक मारे गए थे। - स्थानीय चुनाव और आरक्षण
केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव कराए गए। आर्टिकल 370 के समाप्त होने से राज्य के लोगों को विभिन्न आरक्षण लाभ प्राप्त हुए, जिनमें वाल्मीकि समुदाय, ओबीसी, पहाड़ी क्षेत्रों, गुज्जर-बकरवाल, और माताओं-बहनों को शामिल किया गया। - विकास के क्षेत्र में प्रगति
आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचों के विकास में तेजी आई है। स्वास्थ्य, पर्यटन, परिवहन, उद्योग, शिक्षा, और एयरपोर्ट सहित कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। विभिन्न सरकारी परियोजनाओं और योजनाओं के माध्यम से विकास कार्य किए गए हैं, जो क्षेत्र के विकास को प्रोत्साहित कर रहे हैं। - औद्योगिक विकास और पर्यटन
जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक विकास तेजी से बढ़ रहा है। व्यापारी अब घाटी में जमीन खरीदकर कंपनियां स्थापित कर रहे हैं, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। इसके अलावा, सदियों पुराने धार्मिक स्थलों का विकास किया जा रहा है, जिससे पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इस साल अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ है, जो पर्यटन के बढ़ते हुए संकेत हैं।
इन बदलावों से स्पष्ट होता है कि आर्टिकल 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। यह बदलाव न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा को बेहतर बना रहे हैं, बल्कि स्थानीय लोगों की जीवनशैली और आर्थिक स्थिति में भी सकारात्मक सुधार ला रहे हैं।
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