Ayodhya Masjid Fraud: धन्नीपुर गांव में आवंटित जमीन पर प्रस्तावित मस्जिद के नाम पर चंदा मांग जा रहा है। अयोध्या में प्रस्तावित मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह मस्जिद के चित्र के साथ एक बैंक खाता नंबर इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया गया है। जिसके द्वारा चंदे की मांग की गई। मस्जिद ट्रस्ट ने इसको लेकर गौतमपल्ली थाने में केस दर्ज करा दिया है। फर्जी खाता खोलकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है, जिस मोबाइल नंबर से चंदा मांगा जा रहा है, वह सिम अल्खैर फाइनेंस के नाम से जारी हुआ बताया जा रहा है। पुलिस की साइबर सेल मामले की जांच में जुट गई है।
इंस्पेक्टर वेद प्रकाश राय ने बताया कि तहरीर के आधार पर अभी जांच की जा रही है। पहले भी इस तरह से मैसेज वायरल कर प्रस्तावित मस्जिद के नाम पर ठगी हुई चुकी है।
वाट्सएप के जरिए मैसेज
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी जुफर अहमद फारूकी की तहरीर के मुताबिक, ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन द्वारा मंगलवार सुबह 10:56 बजे वाट्सएप पर एक फोटो आई। जिसमें प्रस्तावित मस्जिद का चित्र बना हुआ था। एक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का खाता नंबर भी है। यह व्हाट्सएप इमेज अयोध्या के अरशद अफजाल खान द्वारा अतहर हुसैन को भेजी गई थी।
दरअसल, हाल ही में मस्जिद की फोटो के साथ एक बैंक अकाउंट नंबर सोशल मीडिया पर वायरल पर हुआ था, जिसमें चंदे की मांग की गई थी। जबकि ट्रस्ट के द्वारा ऐसा कोई खाता नहीं संचालित किया जा रहा है। जब मस्जिद ट्रस्ट के लोगों को इसकी भनक लगी तो वे हैरान हो गये।
श्रीराम जन्मभूमि एवं बाबरी मस्जिद के विवाद में पारित आदेश
उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने श्रीराम जन्मभूमि एवं बाबरी मस्जिद के विवाद में पारित आदेश द्वारा अयोध्या में मस्जिद के निर्माण हेतु पांच एकड़ की जमीन सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ को आवंटित की थी, जिसकी देखभाल उपरोक्त ट्रस्ट द्वारा की जाती है। उसी भूमि पर ट्रस्ट द्वारा मस्जिद मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह मस्जिद प्रस्तावित है।
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