Breast Cancer

Breast Cancer: आज के युग में, Breast Cancer महिलाओं में एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या बन गया है, जिसे बचाव और सही समय पर इलाज के माध्यम से संभव है लेकिन जानकारी की कमी के चलते इसे ध्यान नहीं दिया जाता। Breast Cancer के मुख्य कारकों में जेनेटिक वारिस्ता एक महत्वपूर्ण रोल अदा करता है।

क्या है के Breast Cancer अलग-अलग स्टेज

  1. स्टेज 0 (कार्सिनोमा इन सित्यू): इस स्टेज में, कैंसर केले के बराबर होता है और यह केवल उस हिस्से तक सीमित रहता है जहां से यह आरंभ हुआ है। यह स्टेज अधिकतर लक्षणहीन होता है और सामान्यत: इमेजिंग टेस्ट में दिखाई नहीं देता है।
  2. स्टेज I: इस स्टेज में, कैंसर का आकार 2 सेंटीमीटर से बड़ा होता है और यह केवल एक ब्रेस्ट में होता है, लेकिन अभी तक उसे अपने पारंपरिक अंतर्निहित स्थानों से परे नहीं हो गया है।
  3. स्टेज II: इस स्टेज में, कैंसर बड़ी हो जाती है और अधिक संदेह उत्पन्न करती है। यह उसी ब्रेस्ट में या अन्य निकट अंतर्निहित स्थान पर फैलने की क्षमता हो सकती है।
  4. स्टेज III: इस स्टेज में, कैंसर आमतौर पर एक से अधिक अंदरूनी स्थानों में फैल गया होता है, जैसे कि संज्ञानशील लिम्फ नोड्स।
  5. स्टेज IV: यह सबसे गंभीर स्टेज होता है, जिसमें कैंसर अन्य अंगों और अंदरूनी स्थानों में फैल गया होता है, जैसे कि अस्थियों, फेफड़ों या मस्तिष्क में।

Breast Cancer और जेनेटिक कनेक्शन

Breast Cancer में जेनेटिक कनेक्शन का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इस समस्या के मरीज़ों में, कुछ विशेष जीन्स में परिवर्तन हो सकता है जो उन्हें इस रोग के लिए अधिक प्रवृत्ति कर सकता है। यदि किसी महिला के परिवार में Breast Cancer के मरीज़ रहे हों तो उसका जेनेटिक परिवार स्क्रीनिंग और जांच के लिए सलाह दी जाती है। इससे रोग की पहचान समय पर हो जाती है और इसका उपचार समय पर आरंभ किया जा सकता है।

जेनेटिक कनेक्शन क्या होता है?

जेनेटिक कनेक्शन या जेनेटिक संबंध एक व्यक्ति के रोगों या स्वास्थ्य स्थितियों में उसके जीनों की भूमिका का वर्णन करता है। यह कहा जाता है कि कुछ रोग और स्वास्थ्य समस्याएं उन जीनों के कारण होती हैं जो हमारे माता-पिता से हमें मिलते हैं। जब एक व्यक्ति के परिवार में किसी विशेष रोग के लिए गुणसूत्रीय प्रभाव होता है, तो उसे “जेनेटिक कनेक्शन” होने कहा जाता है।

Empty Stomach: 10 ऐसे फल जिन्हें आपको खाली पेट नहीं खाना चाहिए और जानें क्यों

जानें Breast Cancer से बचाव के तरिके

बचाव

  1. नियमित स्क्रीनिंग: महिलाओं को नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए, विशेष रूप से 40 वर्ष से ऊपर की उम्र की महिलाओं को वार्षिक माम्मोग्राफी जांच करवानी चाहिए।
  2. स्वस्थ जीवनशैली: नियमित व्यायाम करें, स्वस्थ आहार लें, तंबाकू और अल्कोहल से दूर रहें।
  3. जागरूकता: अपने शारीर के लक्षणों को समझें और स्वास्थ्य पेशेवर से सलाह लें।
  4. ब्रेस्टफीडिंग: ब्रेस्टफीडिंग करने से ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम कम होता है।

इलाज

  1. सर्जरी: रोग के बढ़ने के आधार पर ब्रेस्ट की सर्जरी की जा सकती है।
  2. रेडिएशन थेरेपी: सर्जरी के बाद या कभी-कभी बिना सर्जरी के पहले रेडिएशन थेरेपी की जा सकती है।
  3. कीमोथेरेपी: औरंगिब के उपचार के रूप में कीमोथेरेपी का उपयोग किया जा सकता है।
  4. हार्मोनल थेरेपी: हार्मोन संतृप्ति थेरेपी उन महिलाओं के लिए उपयुक्त होती है जिन्हें एस्ट्रोजन और प्रोगेस्ट्रोन रसायनों के साथ कैंसर होता है।

ध्यान दें, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, नियमित जांच करवाने और समय पर उपचार शुरू करने से Breast Cancer का जोखिम कम हो सकता है।

Cholesterol: जानिए कोलेस्ट्रॉल से क्या पड़ता है प्रभाव, क्या है इसके प्रकार, सही मात्रा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

पति से तलाक के बाद बेटी की परवरिश के लिए दर-दर भटक रही ये एक्ट्रेस गोविंदा की भांजी आरती सिंह का शादी के 4 महीने बाद होगा तलाक ? डार्क सर्कल को करें बाय, बस अपनाएं ये घरेलु उपाय अपनी बोल्ड लुक की वजह से बदनाम है ये मुस्लिम एक्ट्रेस, क्रिश्चियन से की शादी बहुत खास है पांडवों से जुड़ी इस शिव मंदिर का इतिहास