Uttar Pradesh: भारत अब ऐसा देश बनकर सामने आ रहा जिसकी छवी कई मामलों में अच्छी नहीं। खासकर जब बात राज्यों की हो तो लापरवाही का आकड़ बढ़ाता जाता है। हाल ही में यूपी के हरदोई से भी एक लापरवाही का मामला सामने आया। लापरवाही शिक्षा विभाग की ओर से देखने को मिली। बात दें कि हरदोई के जनपद में 4 अनुचारों को नाबालिक होने के बावजूद नौकरी दे दी गई।
ये भी पढ़िए: Jharkhand: युवाओं को मिली नई सौगात, 25 फरवरी से होगी स्थानीय बहाली
बीएसए का संरक्षण प्राप्त
कम उम्र में नौकरी करने का मामला में बीएसए के द्वारा संरक्षण दावा किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि बीएसए का संरक्षण प्राप्त होने से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। तत्कालीन बीएसए प्रबंधक और अनुचारों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। साथ ही, जरूरी कदम उठाए जा रहे है।
ये भी पढ़िए: Earthquake’s attack: भूकंप के तेज झटकों से हिला तजाकिस्तान और अफगानिस्तान, 6.8 की तीव्रता
दस्तावेजों के साथ खिलवाड़
इतना ही नहीं, इस मामले में बेसिक शिक्षा विभाग के बाबू अनुपम मिश्रा ने दस्तावेजों के साथ खिलवाड़ भी किया गया। शिकायत करने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी नें सभी को चिन्हित किया। लेकिन इसे बावजूद कई महिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब हाल ये है कि भ्रष्टाचार के जिम्मेदार लोग कैमरे के सामने आने के लिए तैयार नही है। मामले को लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने फोन रिसीव बंद कर दिया।