Lucknow Cyber Crime: लखनऊ में एक गंभीर साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक पिता को व्हाट्सएप वीडियो कॉल के माध्यम से धोखाधड़ी की गई। वीडियो कॉलर ने खुद को पुलिस वर्दी में बताया और बेटे को झूठे रेप केस में फंसाने की धमकी दी। जिसके बाद पिता से धन की मांग की गई। यह मामला गुडंबा थाना क्षेत्र का है और इसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, सुनील कुमार तिवारी पुत्र कृष्ण कुमार तिवारी गुडंबा थाना क्षेत्र के कंचना बिहारी मार्ग के रहने वाले हैं। सुनील के पास व्हाट्सअप से वीडियो कॉल आया। सामने वाला पुलिस की वर्दी में था। उसने कहा कि ‘तुम्हारे बेटे ने मारपीट की है। उसे तीन लोगों के साथ थाने पर बैठाया है। वे सभी रेप के आरोपी हैं।’ FIR में उसका नाम है। अगर, बेटे को बचाना चाहते हो तो पैसे भेजने होंगे। इस तरह डराकर साइबर ठगों ने 1 लाख 60 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए। मामला गुडंबा थाना क्षेत्र का है।
आगें की क्या है घटना
FIR से नाम हटाने के बदले पैसे मांगे और कहा कि अगर उसे बचाना है तो पैसे भेजो। हम FIR से नाम हटा देंगे। अगर मीडिया में यह फोटो वायरल हो गई तो बदनामी होगी। करियर खत्म हो जाएगा। 7 साल की जेल भी होगी। यकीन दिलाने के लिए मोबाइल पर ही लड़के से बात कराई। आवाज बिल्कुल सुनील के बेटे की थी। वह बोला- ‘पापा मुझे बचा लीजिए। यह लोग बहुत मार रहे हैं।’ इसके बाद सुनील ने दिल्ली में रहने वाले अपने बेटे को कॉल किया तो उसका फोन नहीं लगा। उन्हें विश्वास हो गया कि बेटा सचमुच में फंस गया है।
AI तकनीक लिया सहारा
डर के मारे सुनील ने साइबर ठगों की बात मान ली। साइबर ठगों ने उनसे गूगल से पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा। सुनील ने दूसरे के गूगल पे से 40 हजार रुपए ट्रांसफर करवा दिए। कुछ देर बाद फिर से कॉल आई और कहा कि बड़े साहब भी सब जान गए हैं और 2 लाख रुपए मांग रहे हैं। इसके बाद सुनील ने बेटे को बचाने के लिए अपने दोस्त के माध्यम से फिर दो बार में 50-50 हजार रुपए ट्रांसफर करा दिए। फिर उन्होंने एक सिपाही के लिए 20 हजार और मांगे। इसी बीच सुनील ने बेटे को फोन लगाया तो लग गया। वह बोला ऐसा कुछ नहीं है, उसका फोन स्विच ऑफ हो गया था।
बेटे से बात करने के बाद सुनील ने पुलिस से मामले की शिकायत की और मुकदमा दर्ज किया गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।