Earth Day 2024: एक इंसान को जिंदा रहने के लिए जिन चीजों को और तत्वों की जरूरत होती है, पृथ्वी वह देता है। हालांकि इंसान पृथ्वी का आवश्यकता का कोई अंत नहीं होता लेकिन जमीन से जुड़े रहने, पृथ्वी की सभी चीजों की एहमियत को समझता है ये अर्थ डे। आज पृथ्वी दिवस यानी अर्थ डे मनाया जाता है। हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस यानी अर्थ डे के तौर पर मनाया जाता है। लोग पृथ्वी पर मौजूद चीजों की दोहना करते रहे है । जिस पृथ्वी को काफी नुकसान होता रहा है। और यही कारण है कि पृथ्वी और इसका वातावरण दूषित हो रहा है।
क्या मनाया जाता है अर्थ डे
आपको बता दें, इस दिन को इंटनैशनल मदर अर्थ डे (International Mother Earth Day) के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद पर्यावरण को होने वाले खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना। जिसमें भूस्खलन, ग्लोबल वॉर्मिंग और प्रदूषण जैसे विषय शामिल है। ये पर्यावण को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचता है।
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आज की इतिहास
दरअसल, इस बार 54वां पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा है। पहली बार इस दिन को यूएस सिनेटर (US senator) और पर्यावरणविद गेयलॉर्ड नेलसन (Environmentalist Gaylord Nelson) और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) के ग्रेजुएट स्टुडेंट डेनिस हेस ने ऑर्गेनाइज्ड किया था। 22 अप्रैल, 1970 को मनाया गया था। शुरूआत में इस दिन को मनाने का कारण पर्यावरण को हो रहे नुकसान था।
पहली बार लगाभग 2 करोड़ अमेरिकी लोग जल प्रदूषण, तेल के स्त्राव, जंगल में लगने वाली आग और वायु प्रदूषण जैसे संकटों के खिलाफ सड़कों पर उतर थे। उसके बाद इस प्र्दर्शन ने वैश्विक रूप लिया और पर्यावरण को बचाने की तरफ बड़े कदम उठाए गया।
इस साल का क्या है थीम
हर साल पृथ्वी दिवस का एक थीम होता है। इस साल के थीम की बात करें तो यह प्लेनेट वर्सेस प्लास्टिक (Planet vs Plastic) है। जिसका मकसद लोगों को प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए प्रेरित करना है। साथ ही, प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करना भी। हालांकि प्लास्टिक का इस्तेमाल मे कमी आई है। लेकिन अभी भी इस पर और काम करने का आवश्यकता है। इस थीम के माध्यम से यह कोशिश की जाएगी कि आने वाले साल 2040 तक प्लास्टिक के इस्तेमाल में 60 फीसदी तक गिरावट आ सके।
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