Fake News: बांग्लादेश में हाल ही में लगातार हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। सोशल मीडिया पर इन घटनाओं से जुड़े कई फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसी बीच एक वीडियो ने ध्यान आकर्षित किया है। इस वीडियो में एक शख्स को हिंसक भीड़ से बचने के लिए तालाब में कूदते हुए देखा जा सकता है। तालाब में कूदने के बाद भी भीड़ उस पर पत्थर फेंकती नजर आ रही है।
सांप्रदायिक दावे का प्रचार
इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सांप्रदायिक रंग देकर साझा किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि चरमपंथियों ने एक हिंदू गांव पर हमला कर दिया और एक हिंदू व्यक्ति को तालाब में कूदने के लिए मजबूर कर दिया।
वेरिफाइड X हैंडल “इनकॉग्निटो” ने लिखा, “इस्लामी भीड़ ने एक हिंदू गांव पर हमला कर दिया। एक हिंदू व्यक्ति ने अपनी जान बचाने के लिए तालाब में छलांग लगा दी। जिहादियों ने तालाब के चारों ओर ह्यूमन चेन बनाई और उसे पत्थर मारकर मार डाला।” इस वीडियो को अब तक 7 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं और इसे 14 हजार से अधिक लाइक्स और 10 हजार से ज्यादा रीट्वीट मिल चुके हैं।
वेरिफाइड यूजर श्रीनिवास सिंह ने भी लिखा, “बांग्लादेश के मौलवीबाजार जिले के जूरी उपजिला में शांतिदूतों ने एक हिंदू गांव पर हमला किया। हमले के दौरान एक हिंदू व्यक्ति ने अपनी जान बचाने के लिए तालाब में कूदकर जान बचाई, लेकिन जिहादियों ने उसे तालाब में पत्थर मारकर मार डाला।” एक अन्य वेरिफाइड यूजर ने भी इसी दावे के साथ वीडियो साझा किया।
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यूजर जीबू सिन्हा ने लिखा, “बांग्लादेश में छात्र आंदोलन में ऐसा क्या हो गया, जो हिंदुओं को मौत के घाट उतारना जरूरी हो गया, मंदिर तोड़ना जरूरी हो गया।”
वायरल वीडियो की सच्चाई
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने एक ओपन सर्च किया। इस क्लिप से जुड़ा पूरा वीडियो बांग्लादेश न्यूज प्लेटफॉर्म जमुना टीवी के यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो के टाइटल में लिखा है: “भीड़ से बचने के लिए अखौरा के मेयर तैरकर भागे।” यह वीडियो यूट्यूब चैनल पर 8 अगस्त 2024 को अपलोड किया गया था।
हमारी अगली जांच में गूगल पर कीवर्ड्स सर्च करने पर बांग्लादेश की लोकल न्यूज वेबसाइट ढाका पोस्ट पर इस मामले से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट मिली। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद, उनकी पार्टी अवामी लीग के नेता और अखौरा नगर पालिका के मेयर तकज़िल खलीफा काजोल पर भीड़ ने हमला कर दिया। हमले के बाद, उन्होंने पास के तालाब में कूदकर तैरकर भागने का प्रयास किया। तालाब से बाहर निकलने के बाद, उन्होंने बुर्का पहनकर आंदोलनकारियों के साथ भागने का प्रयास किया।
इस प्रकार, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो एक हिंदू शख्स पर हुए हमले का नहीं है, बल्कि यह शेख हसीना की पार्टी के नेता तकज़िल खलीफा काजोल पर हुए हमले का है। सोशल मीडिया पर किया जा रहा सांप्रदायिक दावा पूरी तरह से गलत है।
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