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Gorakhpur News: भालोटिया मार्केट में नार्कोटिक्स की छापेमारी, इस दवा की खपत को लेकर चली जांच

Gorakhpur News

Gorakhpur News: गोरखपुर के होल सेल दवा बाजार भालोटिया मार्केट में एक बार फिर छापामारी हुई है। भालोटिया मार्केट से नेपाल सीमा व बिहार के सीमावर्ती जिलों में नशीली दवाओं की खेप भेजने की सूचना पर शुक्रवार को सीबीएन (सेंट्रल ब्यूरो आफ नारकोटिक्स) की टीम ने छापा डाला। तीन बड़े थोक विक्रेता फर्मों की जांच की है। टीम की अगुआई सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स के सीनियर इंस्पेक्टर अनूप गैरोला और रवि रंजन कर रहे हैं। टीम में दो इंस्पेक्टर और 6 सिपाही शामिल है। टीम लखनऊ से जांच करने आई है। उसे निर्देश दिल्ली मुख्यालय से मिले हैं।

डोमेडाल प्लस दवा के अभिलेखों की जांच

तीन दुकानों में साढ़े तीन घंटा तक टीम ने पूछताछ व स्टाक की जांच की। कार्रवाई की जानकारी होते ही दवा की कई बड़ी दुकानें बंद हो गई। बताया जा रहा है फार्मा डिस्ट्रीब्यूटर पर पहुंची। यह नार्कोटिक्स दवाओं के थोक विक्रेता हैं। इनके फार्म पर टीम ने डोमेडाल प्लस दवा के अभिलेखों की जांच की। यह ट्रामाडोल के फार्मूले जैसी दवा है। जानकारी के मुताबिक, इस दवा की बड़ी खेप बिहार की राजधानी पटना में पकड़ी गई है। जिसका बैच गोरखपुर को आवंटित हुआ था।

एंटी साइकेट्रिक ड्रग के थोक सप्लायर कौन?

इसके बाद टीम ने मारुति फार्मा की जांच की। यह एंटी साइकेट्रिक ड्रग के थोक सप्लायर है। बताया जाता है कि शहर के कई नामी मानसिक रोग विशेषज्ञों के पास यहीं से दवाएं भेजी जाती हैं। टीम ने खाटू श्याम फार्मा पर भी जांच की है। यहां एबॉट सहित कई कंपनियों के नार्कोटिक्स दवाओं का बड़ा काम होता है। जिसमें कफ सिरप भी शामिल हैं।

इन जगहों पर नशीली दवाओं की खपत

नेपाल सीमा से महराजगंज व सिद्धार्थनगर जिले में तेजी से नए मेडिकल स्टोर खुले हैं जहां बड़े पैमाने पर नशे के दवाओं की बिक्री होती है। इसके अलावा बिहार के पटना,सिवान,गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण समेत अन्य जिले में भी नशीली दवाओं की खपत बढ़ी है।

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