Haridwar: उत्तर प्रदेश के बाद अब हरिद्वार में भी कांवड़ यात्रा को लेकर विवाद शुरू हो गया है। लेकिन इस विवाद का कारण क्या है? आखिर क्या हर धार्मिक जगहों पर कांवड़ विवाद बना हुआ है? क्या इस बार ही इस तरह की विवादों से घिरा है कांवड़? आपको बता दें कि हरिद्वार में कांवड़ यात्रा मार्ग पर मस्जिद और मजार के सामने पर्दा लगवाने का मामला सामने आया है। इससे हरिद्वार में काफी हलचल देखने को मिल रही है। जिसके बाद कुछ दिन पहले ये पर्दे हटा दिए गए हैं।
मस्जिद और मजार के सामने पर्दा लगाने से मची हलचल
मिली जानकारी के मुताबिक हरिद्वार में कांवड़ यात्रा मार्ग के रामनगर क्षेत्र में मस्जिद और मजार के सामने पर्दा लगवाया गया था। यह पर्दा कांवड़ यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले 21 जुलाई को लगाया गए थे। सोशल मीडिया के रिएक्शन और शुक्रवार की नमाज के दौरान मामला गंभीर हो गया। स्थानीय लोग नाराजगी जताने लगे। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया आने लगें, जिसके बाद ये पर्दे हटवाए गए। शुक्रवार को ही एसपीओ के जवानों ने मस्जिद और मजार के सामने से पर्दा हटा दिया।
पर्दा हटाने पहुंचे एसपीओ के जवान ने कहा…
एसपीओ के जवान दानिश ने मस्जिद और मजार के सामने लगे पर्दे को हटाया। जब दानिश से पूछा गया कि पर्दा किसने लगाया था और उन्होंने क्यों हटाया, तो उन्होंने बताया कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस चौकी से उन्हें पर्दा हटाने के आदेश मिले थे। इसके बाद उन्होंने तुरंत मस्जिद और मजार के सामने से पर्दा हटा दिया।
दरअसल, यह मामला ज्यादा तूल तब पकड़ा जब दुकानों के आगे नेम प्लेट लगाने का मुद्दा शांत नहीं हुआ। तभी अचानक हरिद्वार में मस्जिद और मजार के सामने परदा टांगने का मामला सामने आ गया। इसको लेकर स्थानीय लोग आपत्ति जताने लगे, जिसके बाद पर्दा हटाना पड़ा।
जिला प्रशासन और पुलिस पर सवाल खड़े
उधर, पर्दा टांगने को लेकर हरिद्वार जिला प्रशासन और पुलिस पर सवाल खड़े होने लगे हैं। इस मामले पर कोई बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन इतना कहा गया है कि यह प्रशासन या पुलिस के द्वारा पर्दा नहीं टांगा गया था। उधर मस्जिद कमेटी के लोग कह रहे हैं कि यह प्रशासन और पुलिस के आदेश पर लगाया गया।
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