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Hathras Incident: 121 तक पहुंचा मौत का आंकड़ा, लेकिन बाबा पुलिस की पहुंच से दूर

Hathras Incident

Hathras Incident: हाथरस सत्संग में भगदड़ में लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता दिखाई दे रहे है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस दर्दनाक हादसे में अब तक 121 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। जिसके बाद से लोगों में मातम का माहौल देखने को मिल रहा था। मृतक परिवार वालों का काफी बुरा हाल है। आंखे से आसू रूकने का नाम नहीं ले रहे है। बात दें कि देश के कई राज्यों से सत्संग (Hathras Stampede) में पहुंचे लोग ऐसे हादसे का शिकार हो गए। वहीं, कई परिवार वाले अपने घर के लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। लेकिन हादसे के बाद सुख के सपने दिखाने वाला बाबा फरार है।

सीएम योगी हाथरस दौरे पर

जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी ने हाथरस पहुंचकर सबसे पहले वहां के जिला अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकत की। साथ ही सीएम ने घायलों से बातचीत कर उनका हालचाल भी जाना। मौके पर मौजूद अधिकारियों को उन्होंने घायलों का हर संभव मदद दिलाने के निर्देश भी दिए। साथ ही उन्होंने अस्पताल में कितने लोग भर्ती है और हादसे में कितने लोगों की मौत हुई है इसकी रिपोर्ट भी देखी।

हाल ही में, सीएम योगी आदित्यनाथ हाथरस के दौरे किया। वह घटनास्थल पर पहुंच और जायजा ले रहे हैं। सीएम योगी ने एक्स पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि जनपद हाथरस में हुई दु:खद दुर्घटना के संबंध में आज घटनास्थल का निरीक्षण किया।

बचाने गये पुलिस को देखकर आया अटैक

घटनास्थल से एक भयावह जानकारी सामने आ रही है। बताया जा रहा कि घटनास्थल पर जिस तरह से लाशों का ढेर लगा हुआ था। जब ये शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे, तो वहां ड्यूटी पर तैनात सिपाही इतने शवों को देखकर इतना घबराया कि उसे हार्ट अटैक आ गया, इसके बाद उसे इलाज के लिए ले जाया गया। मगर बदकिस्मती से डॉक्टर्स भी सिपाही को नहीं बचा सके।

महिला पुलिस हादसे के दौरान मंच पर मौजूद

हाथरस घटना की चास्मदीद महिला पुलिसकर्मी ने पूरी घटना के बारे में बताया है। इस घटना पर महिला पुलिसकर्मी शीला की सुरक्षा में ड्यूटी लगी थी और मंच के सामने खड़ी थी। इस घटना में शीला भी घायल हुई जिनका इलाज हाथरस के जिला अस्पताल में चल रहा है। घायल महिला पुलिस कर्मी शीला ने बताया कि सत्संग में ड्यूटी लगी थी और मंच के सामने खड़ी हुई थी। जैसे ही सत्संग खत्म हुआ तो सभी लोग एक साथ बाहर निकलने लगे। ज्यादातर महिलाओं के गोद में बच्चे थे। जब एक साथ सभी निकले तो एक के ऊपर एक महिलाएं गिरने लगी। जब मैंने उन्हें उठाने की कोशिश की तो मैं भी भीड़ में दब गई और बेहोश हो गई। कार्यक्रम करीब एक लाख लोगों की भीड़ थी।

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सांसद मनोज कुमार झा बोले-काम डुगडुगी बजाना नहीं होता

घटना को लेकर सभी में चिंता है। वहीं, इस मामले में सभी पार्टियों ने भी अपनी बातें रखी। राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, “क्या यह देश हादसों का देश बनकर नहीं रह गया है? एक दिन श्रद्धांजलि, दो लाख रुपए का मुआवज़ा फिर सामान्य जीवन। हमेशा की तरह व्यापार वाली जो सोच है, सरकारों को सरकार बनाने की चिंता है, सरोकार बनाने की चिंता नहीं है। कौन मरे हैं, साधारण लोग, कोई फर्क नहीं पड़ता। यही हमारी सोच और मानसिकता हो गई है। कल हादसा हुआ तो क्या प्रधानमंत्री को अपना भाषण नहीं रोकना चाहिए था? लगातार बोलते रहें, इसलिए मैं कहता हूं यह हादसों का देश है और किसी को कोई चिंता नहीं, कोई SOP नहीं। उन्हें बताइए कि सरकार का काम डुगडुगी बजाना नहीं होता है, सरकार का काम होता है लोगों को महफूज़ रखना।

वहीं, नगीना सांसद और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज हाथरस के पीड़ितों से मिल रहे हैं। मैं आज फिर उनसे अपनी मांग दोहरा रहा हूं कि घायलों के लिये बेहतर से बेहतर इलाज की व्यवस्था कराई जाए साथ ही मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपए और घायलों को 5 लाख रुपए आर्थिक मदद की घोषणा करके जाएं।’

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