International Women’s Day: महिलाओं के जीवन में स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्या है। साथ ही, महिलाओं को कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता हैं। विशेषज्ञों की माने तो, महिलाओं को कई तरह की बीमारियां होती हैं। इसलिए आहार और लाइफस्टाइल में ध्यान देना जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया है कि भारतीय महिलाएं को कुछ बीमारियों का खतरा ज्यादा हो सकता है, इसलिए उन्हें जल्द उपचार लेने के लिए अलर्ट रहना चाहिए।
हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है, जो महिला अधिकारों, समानता, और महिलाओं के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करता है। तो इस मौके पर आपको बताते है किन बीमारियों पर बचना जरूरी है।
यह भी पढ़े: Haryana Paper Leak का मामला आया सामने, 33 केस दर्ज, 15 लोग हिरासत में
हृदयरोग महिलओं को करता है अलग तरह से प्रभावित
हृदयरोग, जो कि दुनियाभर में मौत के प्रमुख कारणों में से एक है। अब भारतीय महिलाओं के लिए भी एक जोखिम बन गया है। इसलिए जरूरी है कि हम समझें कि हृदयरोग महिलाओं को पुरुषों से अलग तरीके से प्रभावित कर सकते हैं। महिलाओं में गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तन की वजह से हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
90 फीसदी महिलाएं यूटीआई से परेशान
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) भी महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, 90 फीसदी महिलाएं किसी न किसी समय अपने जीवन में यूटीआई का सामना कर सकती हैं। यूटीआई का सबसे सामान्य कारण बैक्टीरियल संक्रमण माना जाता है। महिलाओं की शारीरिक संरचना उन्हें यूटीआई संक्रमित होने के लिए और जोखिम कारक बनाती है। अगर, यूटीआई पर सही समय पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो इससे किडनी में क्षति होने का जोखिम भी बढ़ सकता है।
यह भी पढ़े: Electrocution in Kota: शिव बारात के दौरान 14 बच्चे झुलसे, चल रहा इलाज