Market Crash: अमेरिका में मंदी की आशंका और वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते आज भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स में करीब 2,200 अंकों की कमी आई, जिससे यह 78,700 के करीब आ गया है। निफ्टी में भी 650 अंकों की गिरावट देखी गई, जो 24,000 के स्तर से नीचे गिर गया है।
निफ्टी इंडेक्स में विभिन्न सेक्टरों में गिरावट
आज के कारोबारी सत्र में निफ्टी रियल्टी, बैंकिंग, मेटल और ऑटो इंडेक्स में 4% से अधिक की गिरावट देखने को मिली है। इसके अतिरिक्त, IT, मीडिया और ऑयल इंडेक्स भी करीब 3% नीचे हैं। सेंसेक्स के प्रमुख लूज़र्स में टाटा मोटर्स, अडाणी पोर्ट, टाटा स्टील, इंफोसिस और JSW स्टील शामिल हैं, जो लगभग 5% नीचे हैं।
मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी गिरावट
BSE का मिडकैप इंडेक्स लगभग 1900 अंक (3.99%) की गिरावट के साथ 45,770 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, स्मॉलकैप इंडेक्स 2,470 अंक (4.50%) टूटकर 52,150 के स्तर पर आ गया है।
वैश्विक तनाव और मंदी की आशंका
ईरान और इजराइल के बीच संभावित युद्ध की आशंका के कारण वैश्विक बाजार में नकारात्मक सेंटिमेंट बढ़ गया है, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा है। अमेरिका में मंदी की आशंका के चलते अमेरिकी बाजार में गिरावट देखी गई, जिसका प्रभाव दुनियाभर के बाजारों में दिख रहा है।
वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने एपल में अपनी 50% हिस्सेदारी बेच दी है और अब कैश बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसी तरह, अन्य बड़े निवेशक भी बिक्री पर ध्यान दे रहे हैं। भारतीय शेयर बाजार में भी मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में बढ़ी हुई वैल्यूएशन के कारण करेक्शन देखने को मिल रहा है।
निवेशकों को 17 लाख करोड़ रुपए का घाटा
तेजी से बिकवाली के कारण निवेशकों को करीब 17 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। सोमवार, 5 अगस्त को सुबह 11:40 बजे तक BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 440 लाख करोड़ रुपए हो गया, जबकि शुक्रवार को यह लगभग ₹457 लाख करोड़ था।
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साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट
आज के बाजार में 2686 अंक (3.31%) की गिरावट आई, जो इस साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के दिन सेंसेक्स में 4389 अंक (5.74%) की गिरावट देखी गई थी।
एशियाई बाजारों में भी गिरावट
एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखी गई है। जापान का निक्केई इंडेक्स 12.40% गिर गया, कोरिया का कोस्पी 8% नीचे है, जबकि हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग इंडेक्स में 2.20% और चीन के शंघाई कंपोजिट में 1.27% की गिरावट है।
ओला और सीगल के आईपीओ की स्थिति
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के IPO का आज दूसरा दिन है और निवेशक 6 अगस्त तक बिडिंग कर सकते हैं। 9 अगस्त को कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होंगे। वहीं, सीगल इंडिया के IPO का आज आखिरी दिन है, और इस इश्यू का सब्सक्रिप्शन 1.26 गुना हो चुका है। कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में 13.22% के प्रीमियम पर पहुंच गया है।
पोर्टफोलियो में रखें डिफेंसिव स्टॉक्स
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने सुझाव दिया कि निवेशकों के पोर्टफोलियो में डिफेंसिव स्टॉक्स जैसे FMCG और फार्मा शेयर होने चाहिए। अमेरिका की जॉब ग्रोथ रेट की सुस्ती और ईरान-इजराइल तनाव के चलते बाजार में उतार-चढ़ाव संभव है।
विदेशी और घरेलू निवेशकों की गतिविधियाँ
फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) ने 2 अगस्त को ₹3,310.00 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) ने ₹2,965.94 करोड़ के शेयर खरीदे।
पिछले शुक्रवार की गिरावट
पिछले शुक्रवार, 2 अगस्त को भी बाजार में गिरावट देखी गई थी। सेंसेक्स 885 अंक की गिरावट के साथ 80,981 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी में 293 अंक की कमी आई थी, जो 24,717 के स्तर पर बंद हुआ था। इस प्रकार, वर्तमान वैश्विक और घरेलू परिस्थितियों के बीच भारतीय शेयर बाजार में अत्यधिक उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, और निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।