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इंतजार करती रही दुल्हन, बारात लेकर नहीं पहुंचा (Greedy Groom) लालची दुल्हा

Greedy Groom

Greedy Groom

सहारनपुर के नागल में युवती हाथों में मेहंदी और श्रृंगार कर पूरी दिन अपनी बारात आने का इंतजार करती रही। बारात के स्वागत की तैयारियां भी परिजनों ने कर रखीं थी। लड़की, परिजन, रिश्तेदार और मोहल्ले के लोग दोपहर तक बारात की अगवानी में टकटकी लगाए बैठे रहे। सुबह आने वाली बारात दोपहर तक नहीं पहुंची। आस टूट चुकी थी। पुलिस को तहरीर दी गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं। दहेज में 10 लाख रुपये और स्विफ्ट कार की डिमांड पूरा न करने की वजह से बारात लेकर नहीं पहुंचा Greedy Groom लालची दुल्हा

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थाना नागल के गांव तासीपुर के शमशाद ने अपनी पुत्री शबाना परवीन की सगाई एक साल पहले गांव पांडुली हाफिज इनाम के बेटे सादिक की थी। 15 मई को दहेज का सामान भी लड़के वाले ले गए थे। बाइक भी लड़के की पसंद की खरीदी गई। 18 मई की सुबह को बारात आनी थी। सुबह से मौसम खराब था। बरात 10.30 बजे आनी थी। मौसम को देखते हुए लड़की के पिता शमशाद ने लड़के के पिता हाफिज इनाम को 9.30 बजे जल्दी बारात लाने के लिए फोन किया। लेकिन लड़के पिता ने फोन पर कहा कि लड़का भाग गया है। दहेज में 10 लाख रुपये और एक स्विफ्ट कार चाहिए। जिसके बाद लड़की पक्ष के होश उड़ गए। शादी वाले घर में मातम छा गए। हर आंख नम हो गई।

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लड़की पक्ष का सगाई से लेकर बारात तक के लिए 10 लाख रुपये तक का खर्च हो गया। बारात के स्वागत के लिए टैंट, कुर्सी, कोरमा, बिरयानी, जर्दा का इंतजाम किया गया था। जबकि हिंदू परिवारों की दावत के लिए पक्के खाने का इंतजाम अलग से किया गया था। बारात न आने के कारण पूरा खाना बेकार हो गया। करीब 800 लोगों के खाने का इंतजाम किया हुआ था। शादी के लिए रिश्तेदार और ग्रामीणों इकट्‌ठा थे।
ग्रामीण और परिजन बोले, इंसाफ मिलना चाहिए
लड़की का भाई सद्दाम बोला 10.30 बजे बरात आनी थी। लड़के के पिता ने फोन पर बताया कि लड़का गायब है हमारा। 10 और पांच मिनट में फोन करने की बात कहीं। हमें इंसाफ चाहिए। 10 लाख और स्विफ्ट कार की मांग कर रहे हैं। नागल थाने में तहरीर दी है। गुलजार लड़की का रिश्तेदार है। उन्होंने भी इंसाफ की बात कही। ऐसे आदमियों को सजा मिलनी चाहिए। इमरान पड़ोसी है। यह समाज का काम है। बेटी सबकी है। सब गलत हुआ है। पूरे गांव को जोर पड़ रहा है। चाहें हिंदू हो या मुसलमान। जमीर लड़की का फूफा है। जब उनसे बात की तो उनकी आंखों से दर्द छलक पड़ा।

उन्होंने बताया कि सब ठीकठाक चल रहा था। तीन दिन पहले दहेज का सामान भी उठवा लिया था। सुबह फोन किया। मौसम का हवाला दिया। इंसाफ की बात कहते हुए व रो पड़े। इस बात की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने धोखा किया। गाड़ी और नकद पैसों की मांग की है। हमारे और भी बेटी है।

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