Wayanad landslide: केरल के वायनाड एक अनूठे पठारी इलाके में स्थित है जो प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ अपनी जानलेवा ताकत के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां की भूमि के संरचना में उच्च व नीचे स्थित टीले, मिट्टी, और पत्थरों की संरचना देखी जा सकती है जिसके कारण मौसम विभाग द्वारा अलर्ट जारी किया जाता है। इस क्षेत्र में मानसून के दौरान अधिक वर्षा होती है, जो भूमि की फिसलन को बढ़ावा देती है।
29-30 जुलाई 2024 की रात 2 बजे से 4 बजे के बीच, वायनाड में चार विभागियों में लैंडस्लाइड की घटनाएं घटीं। इन घटनाओं के परिणामस्वरूप चार लोगों की मौत हो गई और कई लोगों को घायल होने का दुखद संदेश मिला। इन घटनाओं ने मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों को भी बड़ी चोट पहुंचाई, जहां लोगों के घर और संपत्ति को बर्बाद कर दिया।
इस आपदा के परिणामस्वरूप, अब तक 313 लोगों की मौत हो चुकी है और 130 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि 206 लोग अभी भी लापता हैं। सेना और स्थानीय अधिकारियों द्वारा लापता लोगों की खोज और बचाव की कार्यवाही जारी है। घायलों का उपचार भी तत्परता से चल रहा है।
पिछले 24 घंटे के अपडेट्स
अमेरिकी राष्ट्रपति ने रेस्क्यू टीम की सराहना की
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी गुरुवार देर रात (भारतीय समय अनुसार) हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा- इस कठिन समय में हम भारत के साथ हैं। रेस्क्यू में जुटे लोगों की हम सराहना करते हैं।
राहुल ने दिया बयान
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी 1 अगस्त को वायनाड पहुंचे थे। दोनों ने प्रभावित लोगों से बात की। चूरलमाला और मेप्पाडी में एक अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मॉर्चुरी भी पहुंचे। राहुल ने कहा- यह देखना दुखद है कि कितने लोगों ने अपने परिवार और घरों को खो दिया है। आज मुझे वैसा ही महसूस हो रहा है, जैसा मेरे पिता के निधन के समय हुआ था।
वायनाड में राहत कार्य जारी
वायनाड कलेक्टर मेघश्री ने कहा- लैंडस्लाइड में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके मुंडक्कई और चूरलमाला को 6 जोन में बांटा गया है। यहां रेस्क्यू टीम डॉग स्क्वॉड के साथ लापता लोगों और शवों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है।
9328 लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया
केरल के रेवेन्यू मंत्री के राजन ने गुरुवार को कहा अब तक 9328 लोगों को 91 रिलीफ कैंपों में सुरक्षित पहुंचाया गया है। इनमें से 578 परिवारों के 2328 लोग चूरलमाला और मेप्पाड़ी के हैं। आर्मी के मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप ने वायनाड के चूरलमाला को मुंडक्कई से जोड़ने के लिए 190 फीट लंबा बैली ब्रिज तैयार किया। इससे राहत कार्य में तेजी लाई जा सकेगी। मलबा हटाने का काम ज्यादा तेजी से हो सकेगा, क्योंकि अब बड़ी JCB मशीनों को उन जगहों पर पहुंचाया जाएगा, जहां सबसे ज्यादा तबाही हुई है।
मुख्यमंत्री का आया बयान
केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। यानी फंसे हुए पीड़ितों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया जा चुका है। घायलों का इलाज जारी है। वही, तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी AIADMK ने वायनाड के पीड़ितों के लिए 1 करोड़ रुपए रिलीफ पैकेज देने की घोषणा की है। पार्टी के जनरल सेक्रेटरी और पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने कहा कि 1 करोड़ रुपए के अलावा हम पड़ोसी राज्यों को रिलीफ मटेरियल भी भेजेंगे।
बात दें कि, वायनाड के 4 गांव- मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में लैंडस्लाइड की घटना हुई है। 5 साल पहले 2019 में भी भारी बारिश की वजह से इन्हीं गांवों में लैंडस्लाइड हुई थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी।