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कौन है IPS Prabhakar Choudhary? जो Deoria से transfer के बाद पीठ पर बैग लादे, बिना सुरक्षा और गाड़ी के चार्ज लेने पहुंचे SP House

कौन है IPS Prabhakar Choudhary? जो Deoria से transfer के बाद पीठ पर बैग लादे, बिना सुरक्षा और गाड़ी के चार्ज लेने पहुंचे SP House

कौन है IPS Prabhakar Choudhary? जो Deoria से transfer के बाद पीठ पर बैग लादे, बिना सुरक्षा और गाड़ी के चार्ज लेने पहुंचे SP House

बरेली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बरेली (Bareilly) में आईपीएस प्रभाकर चौधरी (IPS Prabhakar Chowdhary) के ट्रांसफर (Transfer) की चर्चा खूब हो रही है। कांवड़ियों पर लाठीचार्ज (Lathicharge) के महज तीन घंटे के भीतर प्रभाकर चौधरी (IPS Prabhakar Chowdhary) का तबादला (Transfer) कर दिया गया। बरेली एसएसपी पद (Bareilly SSP Post) से उन्हें हटाकर 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ (32nd Corps PAC Lucknow) में ट्रांसफर कर दिया गया। रविवार रात करीब 10 बजे सरकार (Government of Uttar Pradesh) की ओर से प्रभाकर चौधरी का तबादला आदेश जारी होने को लेकर चर्चा का बाजार गरमाया हुआ है। एसएसपी से सेनानायक (Commander) बनाए जाने को लेकर भी चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि उनके कद को छोटा कर दिया गया है। प्रभाकर चौधरी की जगह सीतापुर (Sitapur) के एसपी सुशील चंद्रभान धुले (SP Sushil Chandrabhan Dhule) को बरेली का नया एसएसपी बनाया गया है। दरअसल, रविवार की शाम 7 बजे कांवड़ियों पर लाठीचार्ज का मामला सामने आया था। इसके बाद ट्रांसफर आदेश आ गया।

कौन हैं प्रभाकर चौधरी?

प्रभाकर चौधरी 2010 बैच के आईपीएस अफसर हैं। मूलत अंबेडकरनगर के रहने वाले हैं। बेसिक ट्रेनिंग खत्म करने के बाद प्रभाकर ने बतौर अंडरट्रेनिंग एएसपी नोएडा में जॉइन किया था। उसके बाद उन्हें एएसपी के पद पर ही आगरा, जौनपुर और फिर वाराणसी भेजा गया। कानपुर नगर के एसपी सिटी तक रहे।

जिले में कमान संभालने की बारी आई तो प्रभाकर चौधरी की पहली पोस्टिंग यूपी के आखिरी छोर पर बसे जिले ललितपुर से हुई। जनवरी 2015 में आईपीएस अधिकारी को ललितपुर जिले का एसपी बनाया गया और दिसंबर 2015 यानी लगभग 11 महीने ललितपुर के एसपी रहे।

ललितपुर से हटाने के बाद प्रभाकर चौधरी इंटेलिजेंस मुख्यालय में पोस्ट किए गए। 13 जनवरी 2016 को यूपी के सबसे चर्चित जिलों में शुमार देवरिया का कप्तान बनाया गया। जहां पर वह 15 अक्टूबर 2016 यानी 2 महीने ही बलिया के कप्तान रहे।

बलिया के बाद इस आईपीएस अफसर को कानपुर देहात का कप्तान बनाया गया। सत्ता परिवर्तन हुआ। भाजपा सत्ता में आई तो 28 अप्रैल 2017 को प्रभाकर चौधरी का कानपुर देहात से महज 5 महीने में तबादला कर दिया गया और एटीएस भेज दिया गया।

https://youtu.be/LRvrGxk5d_A

क्यों हुई कार्रवाई?

प्रभाकर चौधरी के ट्रांसफर को लेकर कई प्रकार की बातें कही जा रही हैं। बरेली में कांवड़ियों पर लाठीचार्ज को कुछ लोग कारण बता रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि एसएसपी का बयान कार्रवाई का कारण बना है। दरअसल, लाठीचार्ज के बाद एसएसपी ने कहा था कि कांवड़ियों के बीच कुछ गलत लोग नशे में थे। उनके पास अवैध हथियार थे। एसएसपी के इसी बयान को लेकर मीडिया का एक वर्ग ट्रांसफर किए जाने की बात कर रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ के कानून व्यवस्था की बात को आधार बनाया जा रहा है। लोग कह रहे हैं कि जिस कप्तान ने बरेली में दंगे से बचाया, उसी पर एक्शन लिया जा रहा है।

काम करने वाले अधिकारी के रूप में पहचान

प्रभाकर चौधरी को काम करने वाले अधिकारी के रूप में पहचान मिली हुई है। वह अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं। उनका काम करने का स्टाइल भी बिल्कुल अलग है। ईमानदार छवि के कारण उन्हें अलग पहचान मिली हुई है। 15 जून 2021 को प्रभाकर चौधरी को मेरठ एसएसपी के पद पर तैनात किया गया था। इस दौरान वे दो दिनों की छुट्‌टी पर चले गए। 17 जून तक वे मेरठ को छानते रहे। फिल्मी स्टाइल में उन्होंने पूरे शहर का जायजा लिया। पुलिसिया कमजोरियों को देखा। उसके आधार पर अपनी योजना बनाकर काम करने लगे।

सादगी के लिए भी मिली पहचान

प्रभाकर चौधरी की सादगी के भी सभी कायल हैं। पुलिसिया महकमें अधिकारी उनके कानपुर देहात एसपी की तैनाती का किस्सा सुनाते हैं। देवरिया से ट्रांसफर के बाद उन्होंने सरकारी गाड़ी नहीं ली। बस पकड़ा और कानपुर देहात पहुंच गए। बस स्टैंड पर उतरे। टेंपो पकड़ा और एसपी आवास पर पहुंच गए। गार्डों ने पूछना शुरू कर दिया, कौन हैं, किनसे मिलना है? जवाब में अपना परिचय दिया तो गार्ड हैरान रह गए। पीठ पर बैग लादे, बिना सुरक्षा या गाड़ी के उन्हें देखकर हर कोई उन्हें हैरत भरी नजरों से देख रहा था।

गार्ड जब नहीं माना तो उन्होंने अपना आईडेंटिटी कार्ड दिखाया। इसके बाद बंगले का गेट खोला गया। इसके बाद प्रभाकर चौधरी आवासीय ऑफिस में पहुंचे। स्टेनो के पास जाकर अपना सीयूजी सिम मांग लिया। स्टेनो का वही सवाल था, कौन हैं, सिम क्यों मांग रहे। जवाब में कहा, मैं प्रभाकर चौधरी, नया एसपी। यह सुनते ही पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया था।

https://youtu.be/YyuT2dF__Z0
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