6G Tech: 5जी के बाद 6जी की सौगात जल्द ही भारत के लोगों को मिलने वाली है। भारत सरकार 2030 तक 6G कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी रोलआउट के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट का अनावरण किया है। सूत्रों का कहना है कि 6G मिशन में देश इंडस्ट्री, शिक्षाविदों और सर्विस प्रोवाइडर्स सहित सभी हितधारकों को सैद्धांतिक और सिमुलेशन स्टडीज में शामिल करके रिसर्च के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान करेगा।
5जी से साथ 6जी की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि हर घर में 1 स्मार्टफोन आज की तारीख में है ही। एक साल में कुल खरीदी की बात करें तो कम से कम 16 करोड़ से भी ज्यादा भारत में फोन खरीदे जाते है।
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क्या है 6G?
तकनीकी रूप से 6G भले ही आज मौजूद नहीं है, लेकिन इसकी कल्पना एक बेहतर तकनीक के रूप में की गई है, जो 5G की तुलना में 100 गुना तेज इंटरनेट स्पीड का वादा करती है। पीएम मोदी ने औपचारिक रूप से अक्टूबर 2022 में 5जी सेवाओं की शुरुआत की थी और उस समय कहा था कि भारत को अगले 10 वर्षों में 6जी सेवाओं को शुरू करने के लिए तैयार रहना चाहिए। 5G के विपरीत, जो अपने चरम पर प्रति सेकंड 10 गीगाबिट्स तक की इंटरनेट स्पीड प्रदान कर सकता है, 6G प्रति सेकंड 1 टेराबिट्स तक की गति के साथ अल्ट्रा-लो लेटेंसी प्रदान करने का वादा करती है।
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