Nityanand Students in UN: भारत से भागे नित्यानंद की शिष्या विजयप्रिया का हाल ही में एक ब्यान सामने आया। 1 मार्च को जेनेवा में हुई UN की बैठक में विजयप्रिया के बदले हुए स्वर दिखे। कहा- नित्यानंद को उनके जन्मस्थल पर हिंदू विरोधी लोग प्रताड़ित कर रहे हैं। एक वीडीयो को जारी करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि भारत सरकार इन एंटी-हिंदू सेक्शन्स के खिलाफ कार्रवाई करे। ये सेक्शन्स कैलासा के खिलाफ लगातार हमले और हिंसा भड़का रहे हैं। हिंदू-विरोधी लोग भारतीय आबादी का बहुत ही छोटा हिस्सा है। उनकी हरकतें पूरे भारत पर सवाल नहीं खड़ा कर सकतीं। ये जरूरी है कि भारत सरकार हिंदू-विरोधी लोगों की गतिविधियों को खत्म करने के लिए कदम उठाए।
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रेप-किडनैपिंग का आरोप
बता दें कि नित्यानंद पर भारत में शिष्यों से रेप और किडनैपिंग के आरोप लगे थे। 2019 में वो देश छोड़कर भाग गया था। बाद में उसने अमेरिका के नजदीक ‘रिपब्लिक ऑफ कैलासा’ नाम का अपना अलग द्वीप बसाने का दावा किया था। हालांकि, इस द्वीप को किसी देश ने मान्यता नहीं दी है। इतना ही नहीं विजयप्रिया नित्यानंद ने कहा है कि यहां की आबादी 20 लाख है। विजयप्रिया का दावा है कि 150 देशों में कैलासा के दूतावास हैं।
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विजयप्रिया के बारे में कुछ खास बातें
विजयप्रिया ने साल 2014 में कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय से माइक्रोबायोलॉजी सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन किया था। वह अंग्रेजी, फ्रेंच, क्रियोल भाषाएं जानती हैं। कॉलेज में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए उन्हें सम्मानित भी किया चुका है, और 2013 और 2014 में इंटरनेशनल ग्रेजुएशन स्टूडेंट स्कॉलरशिप भी मिली थी।
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