Railway Job Scam: रेलवे में जमीन के बदले नौकरी का मामला दो दिन से गरम है। इसी वजह लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी से सीबीआई की पुछताछ है। बात दें कि बीते दिन राबड़ी देवी से जमीन के बदले नौकरी घोलाटे में पूछताछ हुआ। इस दौरान सीबीआई ने लगभग साढ़े चार घंटे में राबड़ी से 48 सवाल पूछे। अब इसी मामले में जांच एजेंसी लालू यादव से सवाल करने पहुंची है। घोटाले की बात करें तो यह मामला करीब 15 साल पूराना है। लेकिन अभी तक घोटाले से जुड़े कई सवालों का जवाब अभी तक नही दी गया। जैसे की कैसे नौकरी और 2-4 लाख रूपये की जमीनें लालू के परिवार के नाम की गई। इन जमीन की डिलिंग ने केवल कश का ही क्यों इस्तेमाल किया गया।
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हालांकि, धीरे-धीरे कर के इस मामले में आगे बढ़ा गया। पिछले साल मई के महीने में सीबीआई ने 16 नामजद लोगों पर मामला दर्ज किया था। उसके बाद छापेमारी और गिरफ्तारी भी हुई। अक्टूबर में लालू-राबड़ी समेत 15 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई। ऐसे करते-करते लालू परिवार पर शिंकजा कसा गया।
2007-2009 में नौकरी और जमीन की क्या है गड़बड़झाला
दरअसल, यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान हुआ। इस समय उनके परिवार को तोहफे के तौर पर या जमीन बेचने के बदले में रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी दी जा रही थी। आरोप के मुताबिक लालू यादव पहले अस्थायी तौर पर रेलवे में नियुक्ति करते थे. जमीन की डील पूरी होने पर इसे नियमित कर दिया जाता था। खास बात ये रही की सारा काम कश पैसे के जरिए किया गया। जिससे पता चलता है कि रिकॉर्स को छिपाने की कोशिश हुई। लेकिन अब लालू का परिवार जांच एजेंसी के सवालों से बच नहीं पा रहा।