Gautam Adani: लंबे समय से गौतम अडानी के खिलाफ विपक्षी दलों का रुख आक्रामक दिखाई दे रहा है। बता दें कि 18 विपक्षी दलों ने ईडी को ज्ञापन भेजा है। दूसरी ओर संसद भवन से ईडी दफ्तर तक विपक्षी दलों मार्च निकाला। विपक्षी दलों ने जांच एजेंसी को एक ज्ञापन सौंपने का निर्णय किया है। असल में ये ज्ञापन अडानी ग्रुप के खिलाफ है। विपक्ष का कहना है कि अडानी ग्रुप ने ऑफशोर शेल कंपनियों का एक नेटवर्क स्थापित किया है। जिसे अडानी ग्रुप के दूसरी पार्टी के ज़रिए कंट्रोल किया जाता है। इससे स्टॉक वैल्यूएशन को आर्टिफिशियली बढ़ाया जाता है।
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद विपक्ष अडानी ग्रुप और प्रधानमंत्री पर लगातार हमला कर रहे है। जिसके बाद विपक्षी दल जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन करने की मांग कर रही है। बता दें कि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन परिसर में स्थित कार्यालय में विपक्षी दलों के नेताओं ने अडानी मुद्दे पर अपनी संयुक्त रणनीति में समन्वय के लिए एक बैठक की।
ये भी पढ़े: Heri Pheri 3: अफवाहों पर लगा विराम, अब शूटिंग शुरू
सभी दलों के ज्ञापन के मुताबिक गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी और उनके एसोसिएट पर भी इस नेटवर्क को स्थापित करने का आरोप है। AdiCorp नाम की कंपनी को काफी तादाद में पैसा दिया गया। जिसके फाइनेंसियल दस्तावेज इस राशि की तस्दीक नहीं करते हैं.। अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या हो।
ये भी पढ़े: Uttar Pradesh: सहारनपुर में नशे का जाल, युवा बना नशे का शिकार