Amritpal Singh: पंजाब रण को एक बार फिर से खिलाफ की ओर ले जाने वाले साबित हुआ है। खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह की तलाश पंजाब पुलिस लंबे समय से कर रही थी। बता दें, अमृतपाल सिंह “वारिस पंजाब दे” का प्रमुख है। अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने “वारिस पंजाब दे” बनाया था। यह एक कट्टरपंथी संगठन है। दीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। अमृतपाल सिंह आतंकवादी भिंडरावाले का अनुयायी होने का दावा करता है और पिछले कुछ महीनों में उसने कई विवादित भाषण दिए हैं। उसने ब्रिटेन में रहने वाली एक अनिवासी भारतीय किरणदीप कौर से शादी की है।
दरअसल, खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं, जिनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने एक करीबी की गिरफ्तारी से नाराज होकर अमृतपाल ने 23 फरवरी को समर्थकों के साथ मिलकर अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इस केस में उस पर कार्रवाई नहीं होने के पर पंजाब पुलिस की काफी आलोचना हो रही थी।
क्यों पड़ी है पुलिस अमृतपाल के पीछे
जानकारी के मुताबिक, पंजाब में आतंकवाद को फिर जिंदा करने के लिए अमृतपाल पंजाब भेजा गया है। अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस की भारी कार्रवाई के बावजूद, जालंधर जिले में काफिले को रोके जाने पर अमृतरपाल ने बड़ी चालाकी से पुलिस को चकमा दे दिया और फरार होने में कामयाब रहा। बता दें अमृतपाल की गिरफ्तारी की सूचना शनिवार दोपहर में आई थी मगर देर रात पुलिस ने बताया कि वह फरार हैं। हालांकि, अमृतपाल सिंह का फाइनेंस का काम संभालने वाले दलजीत सिंह कलसी को हरियाणा के गुड़गांव में पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों ने कहा कि अमृतपाल सिंह को आखिरी बार मोटरसाइकिल पर भागते हुए देखा गया था। आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह सशस्त्र गार्डों के साथ घूमता है और उसके समर्थक खालिस्तानी अलगाववादी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का जिक्र करते हुए उसे “भिंडरावाले 2.0” कहते हैं।
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