Uttar Pradesh: धर्मांतरण का केस समय-समय पर देश के कई इलाके में आता रहता है। हाल ही में कानपुर के चकेरी श्याम नगर से ऐसा मामला सामने आया। कोरियन शहर में रहकर धर्मांतरण का सिंडीकेट चला रहे शख्स रजत जिप्सम ने ढाई साल में सैकड़ों लोगों को धर्मांतरण कराया। पुलिस को जांच में कई अहम सुबूत, धर्मांतरण करने वाले गवाह समेत तमाम साक्ष्य हाथ लगे हैं। इस सिंडीकेट का खुलासा 4 मार्च को हुआ। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों कोरिया का रहने वाला अभिजीत और रजत जिप्सम को अरेस्ट किये गया। रजत जिप्सम का कानपुर, दिल्ली और देहरादून का आधार कार्ड मिला है।
लैपटॉप में मिले सबूत
गैंग के लिए काम कर रहे धर्मांतरण की प्रक्रिया में शामिल कई लोग फाइनल स्टेज में थे। मतलब उनका धर्मांतरण लगभग हो गाया था। इतना ही नहीं, ये सब अब धर्मांतरण के लिए मलिन बस्तियों और घनी आबादी वाले इलाकों में जाकर लोगों को मोटिवेट करने लगे थे। इससे पहले पुलिस ने छापेमारी करके मामले का खुलासा कर दिया।
बता दें कि पुलिस की लैपटॉप से की गई जांच में कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। लैपटॉप भी कोरिया भाषा में ही है। एक्सपर्ट की मदद से उसके दस्तावेजों का एनालिसिस किया जा रहा है। कई सारे पंफलेट, किताबें समेत अन्य दस्तावेज हैं। जिसमें धर्मांतरण की पूरी प्रक्रिया लिखी हुई है। आने वाले एक-एक व्यक्ति की रोजाना अटेंडेंस भी ली जाती थी। अटेंडेंस रजिस्टर भी बरामद हुआ है।
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