Special Story: हाल ही में नोएडा के तैनात पुलिस अफ़सर के खिलाफ शिकायत की गई। खास बात ये है कि ये शिकायत सीधे पीएमओ से की गई है। पुलिस पर आरोप भ्रष्टाचार का लगाया गया है। जिस इंसान पर आरोप लगाया गाया है उसका नाम राम बदन सिंह है। 2016 से 2020 तक तकरीबन प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली में डिप्टी डायरेक्टर थे। वो मूलरूप से यूपी फतेहपुर के हैं। शिकायत कर्ता ने एक 70 वर्ष का वृद्ध व्यक्ति है। उसने पीएमओ को चिट्ठी लिखते हुए अपनी दुख की गाथा सुनाई। बता दें ये चिट्ठी 25 फरवरी को लिखी गई थी। लेकिन अब जाके इसका जिक्र हुआ है।
ये भी पढ़े: Coronavirus Update: कोरोना के 1100 से ज्यादा मामले दर्ज, एक बार फिर कोरोना का खतरा
क्या लिखा है चिट्ठी में
शिकायत कर्ता चिट्ठी में लिखता है कि उसने एक भ्रष्ट अधिकारी के हाथ अपने बेटे को 2002 में खो दिया। और नोएडा को हमेशा के लिए अलविदा कहा दिया। अधिकारी का नाम राम बदन सिंह है। राम बदन सिंह 1999 से 2003 तक नोएडा में सीओ के पद पर कार्यरत था। तब ये निर्मल सिंह भंगू नामक भू माफिया के साथ काम करने वाले बलदेव कृष्णा कलिआ के साथ व्यावसायिक भागीदार के साथ काम करता था।


कमजोर लोगों की जमीन हथियान
शख्स ने ये भी लिखा कि अधिकारी कमजोरों की जमीन हथिया कर बदमाशों की मदद करता था। और अगर कोई आवाज उठाने की कोशिश करता तो उनके ऊपर फ़र्जी मुकदमें लगा कर जेला में डाल देता है। शिकायत करते कहता है कि उसके 28 साल का बेटा भी अधिकारी के हाथों इसी प्रकोप का शिकार हुआ। जमीन से संबंध में 420 का केस शिकायत कर्ता के बेटे के खिलाफ किया गया। जिसके बाद लड़का ने बेल पर रिहा होने के बाद आत्महत्या कर ली। गुंडो को धमकिया लगातार मिली थी, जिससे बचने के लिए शिकायत कर्ता ने नोएडा छोड़ दिया।
ये भी पढ़े: Assam: 6 साल पहले देखा सपना हुआ पूरा, सिक्कों से भरी बोरी से खरीदा स्कूटर
20 साल बाद की शिकायत, आखिर क्या वजह
बता दें, 20 साल बाद वही अधिकारी नोएडा में डीसीपी बना हुआ है। राम बदन सिंह अपने गुर्गो के साथ मिलकर उगाही करनी शुरू की है। साथ ही, अपने ऐसीपी अरविन्द के साथ मिलकर न सिर्फ लोगो से उगाही करने के लिए फर्ज़ी मुक़दमे में जेल भेज रहा है। ऐसीपी अरविन्द के लिए शिकायत कर्ता लिखता है कि अरविन्द, रामबदन से एक कदम आगे बढ़ कर लोगो पर गैंगस्टर एक्ट, नारकोटिक्स एक्ट लगा फंसा रहा है। वहीं, राम बदन सिंह की बता करें तो उसका मुख्य काम बड़े व्यपारियों के साथ मिलकर छोटे व्यापारियों को ख़त्म करना है। हाल ही में, उसने नोएडा के बड़े अस्पताल के साथ मिलकर गैर कानूनी तरीके से किड़नी प्रत्यारोपण का काम भी शुरू कर दिया है।
इन अपराधओं को रोकने के लिए वृद्ध ने ये चिट्ठी लिखी। साथ में ये भी लिखा की ये चिट्ठी अगर राम बदन सिंह के साथ लग गई तो मेरी हत्या हो जाएगी।
ये भी पढ़े: Earthquake: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप का खौफ, रात में आये तीन बार झटके