Indore, Madhya Pradesh, bulldozer, Beleshwar Mahadev temple

Indore: हाल ही में हुआ हादसे से अभी तक इंदौर उभर ही नहीं पाया था, ऐसे में मध्य प्रदेश के इंदौर में बेलेश्वर महादेव मंदिर में आज अवैध निर्माण को गिराने के लिए पांच से ज्यादा बुलडोजर चलाये गये। बता दें कि कार्रवाई को सही से सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम और पुलिस अधिकारियों की एक बड़ी टुकड़ी सोमवार यानी आज सुबह मंदिर पहुंची।

शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अपने निवास कार्यालय से जिलाधिकारियों को वर्चुअली संबोधित किया और पारंपरिक प्राचीन कुओं और बावड़ियों की पहचान कर उनकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिना भरे हुए कुओं और बावड़ियों को लेकर विशेष रूप से सतर्क रहें। यदि कोई ऐसी जगह है तो उसे खोलकर ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए जिससे दुर्घटना की संभावना न रहे। यदि आवश्यक हो, तो ऐसे स्थानों के चारों ओर चारदीवारी, बाड़ या रेलिंग बनाई जानी चाहिए।

ये भी पढ़े: Dehradun: मसूरी-देहरादून रूट पर दर्दनाक हादसा, 22 लोग हुए घायल

बता दें कि रामनवमी पर भीड़ के भार से बावड़ी की छत टूट गई। घटना के समय हवन किया जा रहा था। जिसमें कुछ परिवारों ने एक से अधिक सदस्यों को खो दिया था, को टाला जा सकता था यदि इंदौर नगर निगम ने निवासियों द्वारा दायर शिकायतों पर कार्रवाई की होती, एनडीटीवी की जांच से पता चला। मंदिर क्षेत्र जो ढह गया वह एक अवैध ढांचा था और इंदौर नगर निगम ने पिछले साल विध्वंस के लिए बावड़ी के कवर को चिह्नित किया था, लेकिन मंदिर ट्रस्ट द्वारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने की चेतावनी के बाद वे पीछे हट गए।

कैसे हुआ रामनवमी पर हादसा

एक निजी ट्रस्ट द्वारा प्रबंधित, मंदिर स्नेह नगर में स्थित है, जो इंदौर की सबसे पुरानी आवासीय कॉलोनियों में से एक है। 200 साल पुरानी बावड़ी चार लोहे के गर्डरों, कंक्रीट की एक पतली परत और टाइलों से ढकी हुई थी, जो रामनवमी पर पूजा करने के लिए इकट्ठा हुई भीड़ का वजन उठाने में असमर्थ थी। मंदिर की छत के रूप में एक टिन शेड स्थापित किया गया था। हवन के लिए श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में एकत्रित हुए लोगों को यह नहीं पता था कि उनके पैरों के नीचे की जमीन में जंग लगी लोहे की ग्रिल के बीच एक गहरा कुआं छिपा हुआ है।

ये भी पढ़े: Rajasthan Crime: 8 साल के बच्ची के साथ रेप के बाद शव के 10 टुकड़े किए

उनके आदेश के बाद इंदौर जिला प्रशासन ने भी सीआरपीसी की धारा 144 के तहत सभी बावड़ियों को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश जारी किया था। कलेक्टर इलैयाराजा टी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि जिले भर में सभी बावड़ियों और कुओं का सर्वेक्षण किया जाएगा और जो जीर्ण-शीर्ण हैं, उन्हें खतरनाक चिह्नित किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

आकाशीय बिजली से बचने के लिए क्या करें ? कौन है जिनके साथ नोरा फतेही की डेटिंग की अफवाह फ़ैल रही है। क्यों दी गई खूबसूरत महिला जासूस को मौत की सजा। टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी केएल राहुल बने पिता, घर आई नन्ही परी सुबह जल्दी उठने के 6 प्रमुख फायदे जानने के बाद आप भी सुबह जल्दी उठोगे