Punjab Police on Amritpal: पंजाब में लगतार चल गहमागहमी के बीच हालात सही होने का नाम नहीं ले रहे। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पंजाब पुलिस की 14 दिन की छुट्टी को रद्द कर दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि इस छुट्टी रद्द होने के पीछे का कारण खालिस्तानी समर्थक और कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह द्वारा इस महीने के अंत में सिखों से मिलने की मांग को लेकर किया गया है l बता दें कि अमृतपाल ने सरबत खालसा (सिखों की धर्म सभा) की बैठक बुलाई है। यह बैठक तलवंडी साबो में बुलाई गई है। जिसके बाद से वहाँ पर हर तरह की हरकत पर नजर रखी जा रही है।
पैरामिलिट्री फोर्स हुई तैनात
हालात को देखते हुए हर जगह पंजाब पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की जा चुकी है। इसके अलावा इंटेलिजेंस विंग के अफसरों को भी यहां कैंप करवा दिया गया है। अमृतपाल के कहने पर सिख यहां इकट्ठा हो रहे हैं या नहीं, इसको लेकर तमाम सुराग लगाए जा रहे हैं।
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छुट्टी रद्द करने का बड़ा फैसला
डीजीपी गौरव यादव ने अधिकारियों को भेजे संदेश में कहा कि 14 दिन के लिए ऑफिशल- अनऑफिशल, सभी तरह की छुट्टियां रद्द की जा रही है। यहां तक कि पहले से स्वीकृत किए गए सभी अवकाश रद्द कर दिए गए हैं और प्रमुखों को 14 अप्रैल तक कोई नया अवकाश स्वीकृत नहीं करने को कहा गया है।
एसजीपीसी का क्या कहना
शीर्ष गुरुद्वारा निकाय शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने अमृतपाल के अनुरोध के बाद कहा कि केवल अकाल तख्त प्रमुख ही सिख विद्वानों और बुद्धिजीवियों के साथ परामर्श के बाद इस तरह की मण्डली बुलाने का फैसला कर सकते हैं। वहीं, एसजीपीसी के महासचिव गुरचरण ने कहा, “यह अमृतपाल सिंह की व्यक्तिगत इच्छा है। यह अकाल तख्त के जत्थेदार का एकमात्र विशेषाधिकार है कि वह ‘सरबत खालसा’ बुलाए या नहीं।
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कब-कब सरबत खालसा को बुलाया गया
‘सरबत खालसा’ सभाओं को केवल दो अन्य अवसरों पर – 2015 और 1986 में बुलाया गया था। आखिरी बार 16 फरवरी, 1986 को आयोजित किया गया था।