देवरिया: गुरुवार को आज अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ,सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण , तथा सिविल जज (जे0 डी0 ) द्वारा राजकीय बाल गृह एंव पाथ वात्सल्य खुला आश्रय गृह का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजनीश कुमार द्वारा निर्देशित किया गया कि बच्चों के दिनचर्या में व्यायाम को भी रखा जाये जिससे बच्चे शारीरिक रूप से मजबूत रहें।
उनके पौष्टिक भोजन पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत हैं, जिसके लिये समय-समय पर उचित खान-पान की व्यवस्था की जायें। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्य कांत धर दुबे ने राजकीय बाल गृह अधीक्षक को बच्चों केे समस्याओं को दूर करने के लिए कठोर निर्देश दिए उन्होंने कहा कि बच्चों के सुरक्षा व देख-भाल में लापरवाही क्षम्य नहीं होगा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के सचिव न्यायाधीश आरिफ निसामुद्दीन खान द्वारा भोजन के लिए सूची का निरीक्षण करते हुये भोजन में पौष्टिक आहार रखने का निर्देश दिया।
सिविल जज (जे0 डी0 ) स्वर्णमाला सिंह द्वारा बच्चों के रहने वाले कमरों का निरीक्षण किया गया तथा निर्देशित किया कि बच्चों को मौसम के अनुसार विस्तर मुहैया कराया जायें। न्यायधीशगणों द्वारा पाथ वात्सल्य, खुला, आश्रय गृह में बच्चों को उनके अध्ययन का निरीक्षण किया गया और उनके पठन-पाठन के कार्य को और सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया। उसके बाद बच्चों के भोजन का निरीक्षण किया गया, बच्चों के भोजन के लिए सफाई की गुणवत्ता की जांच की गयी तथा पौष्टिक भोजन बनाने का आवश्यक निर्देश दिया गया।
इस निरीक्षण में मुख्य रूप से अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजनीश कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्य कांत धर दुबे , सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायाधीश आरिफ निसामुद्दीन खान, सिविल जज (जे0 डी0 ) स्वर्णमाला सिंह , जिला परिवीक्षा अधिकारी अनिल कुमार सोनकर , राजकीय बाल गृह देवरिया के अधीक्षक यशोदानंद तिवारी, अमित कुमार व अन्य सम्बन्धित कर्मचारीगण उपस्थित रहे।