PFI : देश के कई राज्यों में राज्यों में स्थानीय पुलिस और STF, ATS की टीम ने PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया) के कई नेताओं को गिरफ्तार किया है। ये सिलसिला लगातार कई दिनों से चलता आ रहा है। दिल्ली में अलग-अलग जगहों से 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, असम, दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों में PFI के खिलाफ राज्य पुलिस और इसकी ATS इकाइयों द्वारा छापेमारी जारी है।
असम पुलिस CPRO के मुताबिक, PFI के 25 कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ़्तार किया गया है। कामरूप ग्रामीण से 5, गोलपाड़ा से 10, करीमगंज से 1, उदलगुड़ी से 1, दरंग से 1, धुबरी से 3, बारपेटा से 2 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।
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बेंगलुरू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने बताया कि-आज सुबह 3 बजे से 11 बजे तक कर्नाटक पुलिस ने अलग-अलग ज़िलों में PFI के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। इन लोगों ने समाज में अशांति फैलाने का पहले भी प्रयास किया है और अब भी ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं।
80 लोग हमारी हिरासत में हैं। कुछ और लोगों से पूछताछ चल रही है, पूछताछ के बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि इन्हें हिरासत में लिया जाए या छोड़ दिया जाए। इनमें से ज्यादातर या तो PFI के कार्यकर्ता हैं या PFI के ज़िला अध्यक्ष हैं।
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पुलिस सूत्र के मुताबिक, हजरत निजामुद्दीन, शाहीन बाग इलाके सहित दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में PFI से जुड़े स्थानों पर केंद्रीय एजेंसी और दिल्ली पुलिस द्वारा संयुक्त छापेमारी कि गई। जिसमे 4 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
ADG कानून-व्यवस्था उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार ने मीडिया को बताया कि PFI एवं उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर कारित हिंसा एवं संगठन के सदस्यों की बढ़ती राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को देखते हुए उ.प्र. जनपदीय पुलिस, STF, ATS ने प्रदेश के 26 जनपदों में PFI के सदस्यों के ठिकानों पर रेड की गई।
इस मामले में यूपी के उपमुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का बयान आया है जिसमे उन्होंने कहा, PFI के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी गई है। लोग सर्विलांस पर हैं। किसी भी स्थिति में हम प्रदेश में गैर कानूनी गतिविधियों को अनुमति नहीं देंगे। कड़ी कार्रवाई करेंगे।