Coal India: सरकार ने बुधवार को घोषणा की कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां, जैसे की कोल इंडिया, एनएमडीसी और ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (OVL), विदेशों में महत्वपूर्ण खनिजों की खोज और खनन की शुरुआत करेंगी। यह एक प्रयास है ताकि भारत को खनिज संसाधनों के संबंध में स्वायत्तता प्राप्त हो सके। इस निर्णय का लक्ष्य भारतीय निजी क्षेत्र की उपस्थिति को बढ़ावा देना और देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। इन सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) की विदेश में पहले से ही किसी न किसी तरह की मौजूदगी है।
विदेशों में खानिज पर ध्यान
खान सचिव वी. एल. कांथा राव ने बताया कि सचिवों के समूह (संसाधनों पर) ने निर्णय लिया है कि ये कंपनियां (कोल इंडिया, एनएमडीसी, ओएनजीसी विदेश लिमिटेड) आगे बढ़ें और विदेशों में महत्वपूर्ण खनिज पर भी ध्यान दें। ये कंपनियां पहले से ही विदेशों में कारोबार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया चिली में कुछ लिथियम ब्लॉक पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। राव ने कहा, ‘‘कोल इंडिया सक्रिय हो रही है।
ऑस्ट्रेलिया में सोने की खदान…
जानकारी के मुताबिक, एनएमडीसी पहले से ही ऑस्ट्रेलिया में सक्रिय है। उनके पास ऑस्ट्रेलिया में कुछ सोने की खदानें हैं। वे ऑस्ट्रेलिया में लिथियम खदानों पर भी गौर कर रहे हैं। तांबा, लिथियम, निकल, कोबाल्ट और दुर्लभ तत्व जैसे महत्वपूर्ण खनिज आज पवन टरबाइन और बिजली नेटवर्क से लेकर इलेक्ट्रिक वाहनों तक तेजी से बढ़ती स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में से कई में आवश्यक घटक हैं। स्वच्छ ऊर्जा बदलाव में तेजी आने के साथ इन खनिजों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है।
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