Delhi Coaching: ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में जलभराव से दो छात्राओं और एक छात्र की डूबने से मौत के मामले में पुलिस ने रविवार को संस्थान के मालिक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अभिषेक गुप्ता और कोआर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। इन धाराओं में बिल्डिंग मैनेजमेंट और ड्रेनेज सिस्टम का रखरखाव करने वाले नगर निगम कर्मियों और अन्य के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। कोचिंग सेंटर को सील कर दिया गया है।
मध्य जिला के राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने राव आईएएस स्टडी सेंटर में हुए हादसे के मामले में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है, इसमें वह कार चालक भी शामिल है जो बारिश के दौरान सड़क से तेज रफ्तार कार लेकर गया था जिससे कोचिंग सेंटर का गेट टूट गया था, इसके अलावा बेसमेंट का मालिक भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना का बयान
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने घटना पर दुख जताते हुए मंडलायुक्त को मंगलवार तक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ, वह अक्षम्य है और कोचिंग संस्थानों व मकान मालिकों की भूमिका की भी जांच किए जाने की आवश्यकता है।
बिहार की रहने वाली थी तान्या
शनिवार शाम हुए इस हादसे में एक छात्रा तान्या की पहचान उसी समय हो गई थी। वह मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थी। उसके पिता तेलंगाना में इंजीनियर हैं। रविवार को दो अन्य मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश के अंबेडकर की श्रेया यादव और केरल के एर्नाकुलम के नेविन डाल्विन के रूप में हुई।
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दिल्ली कोचिंग हादसे में कब क्या हुआ?
दिल्ली पुलिस की एफआईआर के मुताबिक यह घटना शाम 6 बजकर 35 मिनट पर हुई जब बारिश का पानी अचानक राव आईएएस स्टडी सेंटर के बेसमेंट में भर गया। घटना की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस के एएसआई बीरेंद्र तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन हालात बेहद खराब थे। इसके बाद थाने में एसएचओ और अन्य अधिकारियों को सूचना दी गई।
फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों के अनुसार, उन्हें करीब 7 बजकर 10 मिनट पर कॉल मिली थी। फायर डिपार्टमेंट का ऑफिस घटनास्थल से करीब 1 किलोमीटर दूर प्रसाद नगर में है, और इसलिए फायर डिपार्टमेंट की टीम 7 बजकर 15 मिनट तक मौके पर पहुंच गई।
फायर विभाग के अधिकारियों ने तुरंत बेसमेंट से पानी को पंप से निकालना शुरू किया। डाइवर्स की मदद की आवश्यकता महसूस होने पर एनडीआरएफ (NDRF) को सूचित किया गया। एनडीआरएफ की टीम करीब 9 बजे मौके पर पहुंची।
इलाके की बिजली काट दी गई थी, जिससे बड़ी टॉर्च से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था। फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक, छात्र की बॉडी रात करीब 10 बजकर 40 मिनट पर निकाली गई। दूसरी डेड बॉडी रात करीब 11 बजकर 10 मिनट पर मिली। तीसरी डेड बॉडी देर रात करीब 1 बजे एनडीआरएफ टीम को मिली।
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