
Deoria जिले में धर्मांतरण के एक बड़े मामले ने नया मोड़ ले लिया है। एसएस मॉल और ईजी मार्ट के मालिक उस्मान गनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि उनकी पत्नी तरन्नुम अभी भी फरार है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
मामले की शुरुआत: शादी का झांसा और धर्म परिवर्तन का आरोप
मदनपुर की एक युवती ने कोतवाली थाने में तहरीर देकर गंभीर आरोप लगाए। युवती का कहना है कि उस्मान गनी, उनकी पत्नी तरन्नुम और गौहर अली ने शादी का झांसा देकर उसका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की। सोमवार को एसओजी टीम ने लखनऊ से उस्मान गनी को गिरफ्तार किया, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया।
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पत्नी तरन्नुम पर पुलिस की नज़र, मोबाइल बंद
तरन्नुम का मोबाइल बंद है और उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही तरन्नुम को गिरफ्तार किया जाएगा।
गौहर अली पहले से जेल में, अब रिमांड पर पूछताछ होगी
इस केस में शामिल गौहर अली पहले से ही खुखुंदू थाना क्षेत्र के एक अन्य धर्मांतरण मामले में जेल में बंद है। कोतवाली पुलिस अब उनकी रिमांड पर पूछताछ की तैयारी कर रही है, ताकि दोनों मामलों में कनेक्शन की सच्चाई सामने आ सके।
ईजी मार्ट सील, मैनेजर और परिवार से पूछताछ
पुलिस ने ईजी मार्ट को सील कर दिया है। यहां काम करने वाले मैनेजर अब्दुल रहमान और उनकी पत्नी से कई बार पूछताछ की गई।
उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्होंने 2013 में इस्लाम कबूल कर लिया था, लेकिन पुलिस को मिले दस्तावेजों में धर्म परिवर्तन 2019 का दर्ज है।
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गायत्री बनी गुलशन फातिमा, सपने में पढ़ा कलमा
मामले में सामने आई महिला गायत्री (अब गुलशन फातिमा) ने बताया कि उसने सपने में कलमा पढ़ा, जिसके बाद उसने इस्लाम कबूल कर लिया और अपने पति व बच्चों का भी धर्म परिवर्तन कराया।
उसने साफ कहा कि इस प्रक्रिया में उस्मान गनी की कोई भूमिका नहीं रही, लेकिन वह उनके घर आता-जाता था।
पुलिस जांच पर फोकस: बयान और रिकॉर्ड में अंतर
पुलिस के मुताबिक बयान और रिकॉर्ड में काफी विरोधाभास है। अब जांच इस बात पर केंद्रित है कि धर्म परिवर्तन कब हुआ, किन परिस्थितियों में हुआ और इसमें आरोपी की वास्तविक भूमिका क्या रही।