
Deoria: दीपों के पर्व दीपावली की खुशियों के बीच देवरिया जिले में मंगलवार रात कई जगहों पर हादसे हो गए। पटाखों की चपेट में आने से लगभग डेढ़ दर्जन लोग झुलस गए, जिनमें कई बच्चों समेत महिलाएँ भी शामिल हैं। सभी घायलों को तत्काल महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज, देवरिया में भर्ती कराया गया, जहाँ देर रात तक इलाज चलता रहा।
त्योहार की रात अस्पताल में बढ़ी हलचल
दीपावली की रात जैसे-जैसे लोग आतिशबाजी का आनंद ले रहे थे, वैसे-वैसे जिले के विभिन्न हिस्सों से झुलसे हुए लोगों को लेकर एंबुलेंस अस्पताल पहुँचने लगीं। रात 8 बजे से लेकर करीब 11 बजे तक मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन वार्ड में अफरातफरी का माहौल रहा। अस्पताल प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की और डॉक्टरों व नर्सों की तीन टीमें बनाकर घायलों का तत्काल उपचार शुरू किया।
किन-किन क्षेत्रों में हुए हादसे
ये हादसे देवरिया शहर, भटनी, गौरीबाजार, सलेमपुर, रुद्रपुर और बनकटा क्षेत्रों में हुए। कहीं पटाखा हाथ में फट गया, तो कहीं आतिशबाजी के दौरान कपड़ों में आग लग गई। कई मामलों में बच्चे खेल-खेल में पटाखों के बहुत करीब पहुँच गए जिससे उनके हाथ, चेहरा और पीठ झुलस गए।
झुलसने वालों की पहचान
घायलों में सत्यम, नितेश, राजेन्द्र यादव, सहबाज, राकेश कुमार, शम्झ, शकीर अली, शुभम, अश्वनी कुमार, दिलीप, शाहिल, युवराज, पूजा, पंकज यादव, रवि, श्रेयांश, सुंदरम और आठ वर्षीय सत्यम शामिल हैं। डॉक्टरों ने बताया कि कई लोगों के हाथ और चेहरे झुलस गए हैं, जबकि तीन की हालत गंभीर है।
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आठ वर्षीय सत्यम की हालत नाजुक
सबसे ज्यादा चिंता का विषय आठ वर्षीय सत्यम का मामला रहा। वह पटाखे से खेलते समय गंभीर रूप से झुलस गया। पहले उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे देवरिया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, उसके हाथ और पीठ पर गहरे घाव हैं। फिलहाल उसे बर्न वार्ड में विशेष निगरानी में रखा गया है।
डॉक्टरों की तत्परता से टला बड़ा संकट
मेडिकल कॉलेज प्रशासन के अनुसार, सभी घायलों की स्थिति अब स्थिर है। ज्यादातर मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया, जबकि गंभीर रूप से झुलसे तीन मरीजों को बर्न यूनिट में भर्ती रखा गया है। आपातकालीन सेवा के प्रभारी डॉक्टर ने बताया कि दीपावली की रात लगातार मरीजों का आना चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन टीम ने पूरी तत्परता से काम किया।
प्रशासन ने लोगों से की अपील
घटनाओं के बाद प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि आतिशबाजी सुरक्षित स्थानों पर और सावधानी के साथ करें। बच्चों को पटाखों से दूर रखें, और किसी भी दुर्घटना की स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें।