भारतीय गेंदबाज़ Umesh Yadav इस वक़्त धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं। धोखा देने वाला कोई और नहीं बल्कि उनका मैनेजर ही है। नागपुर के कोराडी थाने में उमेश यादव ने अपने पूर्व मैनेजर के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाया है। उमेश के साथ लगभग 44 लाख रुपये कि धोखाधड़ी हुई है। गेंदबाज़ उमेश के शिकायत के बाद अब पुलिस ने मामले में जाँच शुरू कर दी है।
मिली जानकरी के अनुसार उमेश यादव ने अपने पूर्व मैनेजर शैलेश ठाकरे के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाई है। शैलेश ठाकरे के पास उमेश यादव कि इनकम, बैंक डिटेल्स और अन्य के मामलों की जिम्मेदारी थी। उमेश यादव का आरोप है की उन्होंने शैलेश से पैसे लेकर काम नहीं किया है।
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आपको बतादें कि जिस मामले में शिकायत दर्ज करवाई गई है। वह मामला संपत्ति से जुड़ा हुआ है। उमेश यादव ने एक सम्पत्ति खरीदने के लिए स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के अपने अकाउंट में 44 लाख रुपये जमा करवाए थे लेकिन उमेश यादव का पूर्व मैनेजर शैलेश ठाकरे ने यह पैसे निकलकर अपने नाम से संपत्ति खरीद ली। वो पैसे उमेश यादव को वापस नहीं मिली।
जब उमेश यादव ने शैलेश से वो पैसे मांगे तो वो फरार हो गया। जिसके बाद उमेश यादव ने पूर्व मैनेजर शैलेश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है नागपुर शहर के कोराडी में पुलिस ने आईपीसी की धारा 406, 420 के तहत मामला दर्ज किया है।
नागपुर DCP, अश्विनी पाटिल ने बताया- क्रिकेटर उमेश यादव ने अपने नाम से एक संपत्ति खरीदने के लिए अपने पहचान वाले शैलेश ठाकरे को 44 लाख रु. दिए थे। लेकिन शैलेश ने उमेश यादव के नाम पर न लेकर खुद के नाम से संपत्ति खरीदकर धोखाधड़ी की। मामले में IPC की धारा 406 और 420 के तहत मामला दर्ज किया गया।