Heart Attack Risk: शराब का सेवन के साथ एक बीयर या एक गिलास वाइन में भी हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ा सकता है। अगर आपको दिल से संबंधित बीमारी है तो आपको इस बात का खासा ध्यान रखना चाहिए। आपको बात दें, डॉक्टरों को लंबे समय से अल्कोहल और एट्रियल फिब्रिलेशन के बीच एक लिंक पर संदेह है। अभी तक इसका पता नही चल पाया था। लेकिन हाल ही में हुई रिसर्च ने साफ कर दिया है कि दोनों के बीच संबंध है।
बता दें, शोधकर्ता आलिंद फिब्रिलेशन के 100 लोगों को भर्ती कर चार सप्ताह तक उनका हेल्थ ट्रैक किया। साथ ही उनके शराब के सेवन और उनके हृदय की लय की निगरानी की। इस निगरानी से कई सारी बातों का पता चला।
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एट्रियल फिब्रिलेशन क्या है?
एट्रियल फिब्रिलेशन एक अनियमित दिल की धड़कन है जो स्ट्रोक और हृदय रोग के खतरे को बढ़ाती है। एट्रियल फिब्रिलेशन के लक्षण में चक्कर आना, कमजोरी और थकान शामिल हैं। इसके इलाज में दवा और जीवनशैली में कई तरह के बदलाव करने होते हैं। इसके साथ ही कभी-कभी कार्डियोवर्सन, एब्लेशन, पेसमेकर या सर्जरी जैसी प्रक्रियाएं होती हैं।
एट्रियल फिब्रिलेशन के जोखिम क्या है?
एट्रियल फिब्रिलेशन (AFIB) के कोई लक्षण नहीं हो सकता है। लेकिन दिल की धड़कन तेज या रुक जाना, सीने में दर्द या चक्कर आना जैसे लक्षण हो सकते हैं और अक्सर हृदय के पंप से रक्त की मात्रा में कमी से संबंधित होते हैं। खून के थक्के, दिल की धड़कन रुकना।
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