Influenza Flue: भारत में हमें अभी कोरोना से निजात मिली थी तब तक एक और बीमारी पीछे पड़ गई। देश की राजधानी दिल्ली सहित देश के कर राज्यों में पिछले कुछ दिनों से इन्फ्लूएंजा की मामले बढ़ाते ही जा रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद इस फ्लू के बढ़ते मामले से लोगों में डर माहौल बना हुआ है। बीते कुछ दिनों में दिल्ली और आसपास के इलाकों में ऐसे के मरीज मिले है जो 10 -12 दिनों से खांसी और तेज बुखार से परेशान हैं।
मामले को बढ़ता देख, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को हेल्थ एक्सपर्ट्स के साथ H3N2 एन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की। इसमें एक्सपर्ट्स ने बताया कि देश में कोरोना के मामले कम हुए हैं, लेकिन फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं। यह फ्लू कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। इससे बचने के लिए एक्सपर्ट ने भीड़भाड़ वाले जागहों पर मास्क पहनने की सलाह दी है।
वही एम्स के पूर्व निदेशक डॉ रणदीप गुरेलिया ने देश में बढ़ रहे है H3N2 एन्फ्लूएंजा फ्लू से लोगों को सावधान रहने की अपील की है। गुलेरिया ने कहा यह कोरोना जैसे ही फैलता है। इससे बचने के लिए मास्क पहने, सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करें और बार-बार हैंड वाश करते रहें। उन्होंने आगे कहा- बुजुर्गों और पहले से बीमारी से परेशान लोगों को इससे ज्यादा परेशानी हो सकती है।
क्या है इसके लक्षण ?
एन्फ्लूएंजा फ्लू से पीड़ित मरीज को 2 से तीन दिनों तक तेज बुखार रहता है। गले में जलन, शरीर में दर्द और उसके अलावा मरीज को लगातार 2 हफ्ते तक खांसी रहती है। ये फ्लू के सामान्य लक्षणों को में गिना जाता है।
व्यस्को में फ्लू के लक्षण
- साँस लेने में दिक्कत या साँस का फूलना
- पुराना बीमारी का दुबारा उभरना
- बुखार या खांसी एक बार सही होने के बाद दुबारा होना
- ज्यादा कमजोरी और परेशान रहना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- छाती और पेट में लगातार तनाव और दर्द
- लगातार और अचानक चक्कर आना, भ्रम जोश में कमी
- पेशाब ना आना
बच्चों में फ्लू के लक्षण
- साँस लेने में दिक्कत या साँस का तेज चलना
- पुराना बीमारी का दुबारा उभरना
- खांसी एक बार सही होने के बाद दुबारा होना
- 100 डिग्री से ज्यादा बुखार होना
- होठ या चहरे का नीला पड़ना
- सीने में दर्द
- जागने के बाद बात नहीं करना
- डिहाइड्रेशन
- बच्चा टहलने से मना करे
एन्फ्लूएंजा फ्लू हो जाए तो करे ये उपाय
- फेस मास्क पहनें और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
- खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को अच्छी तरह कवर करें।
- नाक और मुंह छून से बचें।
- हाथों को नियमित रूप से पानी और साबुन से धोते रहें।
- बुखार आने की स्थिति में पैरासिटामोल लें।
- खुद को हाइड्रेट रखें, पानी के अलावा फ्रूट जूस या अन्य पेय पदार्थ लेते रहें।
एन्फ्लूएंजा फ्लू से बचने के 5 उपाय जरूर करें
- जुकाम-खांसी होने पर दूसरे से दुरी बना कर रहें
- खांसते या छींकते वक़्त मुँह पर रुमाल या कपड़ा रखें
- किसी भी हैंडल को छूने से बचें
- टिश्यू पेपर को इश्तेमाल करने के बाद डस्टबिन में ही डालें