JNU new guideline: JNU में आये दिन धरने को देखते हुए एक बड़ा फैसला किया गया है। बात दें कि अगर, जेएनयू में किसी भी तरह का बवाल किया गया या धरना दिया गया तो अब जेएनयू प्रशासन ने 20 हजार रुपये का जुर्माना लेगा। इतना ही नहीं, विरोध प्रदर्शन में संलिप्तता पाए जाने पर एडमिशन रद्द होने का सामना करना पड़ सकता है। यह नियम विश्वविद्यालय के सभी छात्रों पर लागू होंगे।
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10 पेज की एडवाइजरी जारी
धरना प्रदर्शन को लेकर 10 पेज की एडवाइजरी जारी की गई। इसमें 17 अलग-अलग मामलें पाए जाने पर भी कार्रवाई की बात कही गई है। जिन 17 बातों में से जुआ, छात्रावास के कमरों पर अनधिकृत कब्जा, अपमानजनक भाषा का उपयोग और जालसाजी जैसे मामले शामिल हैं। वहीं, यौन शोषण, छेड़खानी, रैगिंग और सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने वाले मामले में चीफ प्रॉक्टर के कार्यालय जा सकते है। नियमों में यह भी कहा गया है कि शिकायत की एक कॉपी माता-पिता को भेजी जाएगी। बात दें कि शिकायत से जुड़े मामलें में छात्रों और शिक्षकों, दोनों को ही केंद्र स्तर की शिकायत समिति के पास जाना पड़ सकता है।
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