Karnataka Election: चुनाव आने से पहले कर्नाटक में हलचल का माहौल है। बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए तारीख का ऐलान हो गया है। कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर ने अपने उम्मीदवारों की दो-दो लिस्ट भी जारी कर दी हैं। डिवीजन, जिलों, जातियों और समुदायों के आधार पर हर सीट पर प्रचार की तैयारी हो रहा है। घोषित उम्मीदवारों को अपने क्षेत्रों में प्रचार में जुट जाने के लिए कहा गया है। बड़े नेताओं के प्रचार के कार्यक्रम बन रहे हैं। वही, भाजपा की बात करें तो अभी तक कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। बीजेपी ने सभी 224 सीटों के बारे में शुरूआती चर्चा कर ली है।
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कैसे होगी चुनाव की वोटिंग
प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में दो वरिष्ठ सदस्यों को मतदान की देखरेख के लिए पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया गया था। हर एक निर्वाचन क्षेत्र में औसतन 150 पार्टी सदस्यों ने मतदान किया। मंडल समितियों के अध्यक्ष और सदस्य और पार्टी के सात मोर्चा और विंग की निर्वाचन क्षेत्र इकाइयों के सदस्य थे, जिनमें महिला, एससी, एसटी, ओबीसी, युवा, किसान और अल्पसंख्यक मतदाताओं में शामिल थे।
भाजपा सीट को लेकर जानकारी
भाजपा सूत्र ने बताया कि कर्नाटक में प्रत्याशियों के नाम तय करने में कोई देरी नहीं हो रही है। यह पहले से तय था कि केंद्रीय चुनाव समिति सीईसी की बैठक 10 या 11 अप्रैल को होगी। बीजेपी ने कर्नाटक में ‘वेट एंड वॉच’ की रणनीति अपनाई है। पार्टी कांग्रेस और जेडीएस के उम्मीदवारों की सूची भी देख रही है।
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भाजपा सूत्र ने बताया कि हाल ही में संपन्न हिमाचल प्रदेश चुनाव में भी इसी तरह की प्रक्रिया अपनाई गई थी। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि उम्मीदवार के चयन के लिए तीन मानदंड हैं। 14 अप्रैल को नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद भाजपा द्वारा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करने की संभावना है। यह टिकट के दावेदारों को पार्टी टिकट से वंचित होने की स्थिति में पक्ष बदलने के मौके से रोकने का काम करेगा।