Punjab: जवानों के लिए जंग का मैदान तो खतरनाक था ही अब ये सड़के और सड़कों पर चलने वाली गाड़ियां भी खतरें से खाली नहीं है। शादी में शामिल होने आये सिपाही संदीप कुमार की मौत इन खतरानाक सड़कों ने ले ली। शहीद के पार्थिक शरीर को उनके पैतृक गांव डालिया में ले जाया गया। जहां उनका पूरे सम्मान से अंतिम यात्रा हुई।
पंजाब रेजीमेंट 3 सिपाही छुट्टी पर आये थे। जिनमें 23 वर्षीय सिपाही संदीप कुमार भी शामिल थे। बता दे, शादी से वापिस लौटते समय उनकी कार किसी अन्य वाहन से टकराई और दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिससे सिपाही संदीप कुमार की मौत हो गई।जबकि उसके अन्य दो साथी गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
ये भी पढ़िए: Jharkhand: युवाओं को मिली नई सौगात, 25 फरवरी से होगी स्थानीय बहाली
घर में मातम का माहौल
दिवगंत सैनिक संदीप के पिता शाम लाल ने बताया कि संदीप उनका इकलौता बेटा था। सारे घर की जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी। उसने बड़ी मेहनत से पाई-पाई जोड़कर नया घर तैयार किया था। गृह प्रवेश का मौका था लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनका बेटा तिरंगे में घर लौटेगा।
ये भी पढ़िए: Earthquake’s attack: भूकंप के तेज झटकों से हिला तजाकिस्तान और अफगानिस्तान, 6.8 की तीव्रता
गलवान में चीनी सैनिकों से लड़े
शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने बताया कि संदीप एक बहुत ही बहादुर सैनिक था, 16 जून 2020 को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ जो मुठभेढ़ हुई थी, संदीप भी उसमे शामिल थे। चीनी सैनिकों से लड़ते हुए वो गंभीर रूप से जख्मी भी हो गए थे।