Vande Bharat Express: आधुनिक तकनीकों से लैस वंदे भारत एक्सप्रेस को सफलता पहली चलाकर और सभी नियमों और संपर्कों को पूरा करने वाली सुरेखा यादव आज दुनिया के लिए मिसाल है। लाख-करोड़ों के महिलाओं के लिए सुरेखा यादव एक मिसाल से कम नहीं है। उन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन किया। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सुरेखा की तारीफ की और ट्वीट कर इस उपलब्धि को नारी शक्ति कहा।
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कौन है सुरेखा यादव
मुंबई-पुणे-सोलापुर रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन कर एशिया की पहली महिला लोकोमोटिव पायलट बनी सुरेखा यादव सतारा की रहने वाली हैं। सुरेखा यादव ने 1989 में अपने करियर को सहायक चालक के रूप किया था। इसके बाद सन् 1996 में उन्हें मालगाड़ी चलाने का अवसर मिला। मालगाड़ी चलाने के बाद तो उन्होंने कई गाड़ियां पटरी पर चलाई है। वहीं, अब वंदे भारत एक्सप्रेस चलाकर उन्होंने महिलाओं का सिर गर्व से ऊँचा किया है।
बीते दिन सुरेखा यादव को देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत का संचालन करके नया कीर्तिमान स्थापित किया। वह देश की पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं, जिन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस दौड़ाई। 34 साल तक सुरेखा यादव ने रेलवे को अपनी सेवा दी है। 2 साल पहले 2021 में महिला दिवस के मौके पर 57 साल की सुरेखा यादव ने इच्छा जाहिर की थी कि वो वंदे भारत एक्सप्रेस चलाना चाहती हैं। आखिरकार उनका चाहत पूरी हुई।
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