Uttarakhand News: देश में मानसून (Monsoon) की बारिश (Rain) ने कई राज्यों में भयानक तबाही मचाई है। वहीं आज भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने भी देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में बारिश को लेकर अलर्ट (Alart) जारी किया था। लेकिन इस बीच देवभूमि उत्तराखण्ड (Uttarakhand) से चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आ रही है, जहां तेज बारिश के कारण आई बाढ़ (Flood) और भूस्खलन (landslide) के बाद 12 लोग लापता (missing) हो गए।
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उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले (Rudraprayag district) में केदारनाथ यात्रा मार्ग (Kedarnath Yatra route) पर गौरीकुंड (Gaurikund) में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद करीब 12 लोग लापता हो गए। रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, बृहस्पतिवार मध्य रात्रि गौरीकुंड से कुछ मीटर दूर डाट पुलिया में तेज बारिश के दौरान एक बरसाती नाले में आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद तीन दुकानें बह गईं, जिससे उसमे रह रहे लोग भी लापता हो गए।
रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि बृहस्पतिवार को मध्य रात्रि के बाद तेज बारिश के दौरान गौरीकुंड से कुछ मीटर दूर डाट पुलिया में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण मलबे के साथ तीन दुकानें बह गईं, जिससे उसमें रह रहे तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे में बही दो दुकानों और एक खोखे में कुल 19 लोग रह रहे थे, जिनमें से 16 लापता हैं और उनकी तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर रात में ही राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था और तीन लोगों के शव घटनास्थल से करीब 50 मीटर नीचे मंदाकिनी नदी से बरामद किए गए।
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घटनास्थल पर मौजूद पुलिस क्षेत्राधिकारी विमल रावत ने कहा कि भारी बारिश के कारण राहत एवं बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। घटनास्थल के आसपास पहाड़ से रुक-रुक कर पत्थर गिर रहे हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचकर गौरीकुंड हादसे के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से गौरीकुंड क्षेत्र में जल्द से जल्द हर संभव मदद पहुंचाने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री ने भूस्खलन के लिहाज से संवेदनशील इलाकों के आसपास बनी इमारतों एवं कच्चे मकानों में रह रहे लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए।