Bridge collapses in Bihar: बिहार के सुपौल जिले में शुक्रवार को एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह गया, जिसके कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। साथ ही, नौ लोग घायल हो गए। हादसा मधुबनी के भेजा और सुपौल के बाकुर के बीच मरिचा इलाके में हुई है। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बयान में कहा कि सुपौल और मधुबनी जिलों के बीच कोसी नदी पर निर्माणाधीन पुल के एक हिस्से के गिरने से एक मजदूर की मृत्यु हुई और कुछ अन्य मजदूरों के घायल होने की सूचना मिली। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिलवाया जाएगा।
हादसा केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से 1200 करोड़ की लागत से बन रहे इस 10.2 किलोमीटर लंबे महासेतु का निर्माण कार्य पिछले कई वर्षों से जारी है। इस पुल के निर्माण के बाद सुपौल से मधुबनी की दूरी 30 किलोमीटर कम हो जाएगी। फिलहाल लोगों को मधुबनी जाने के लिए 100 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है,जो घटकर 70 किमी हो जाएगी।
यह भी पढ़े: Madarsa Education Act 2004 हुए असंवैधानिक घोषित, इलाहाबाद कोर्ट का बड़ा फैसला
एनएचएआई से किया संपर्क
उन्होंने यह भी कहा कि निर्माणाधीन पुल गिरने की जांच कराई जाएगी और दोषी अभियंताओं और कार्यरत कंपनी के खिलाफ नियमों की जांच की जाएगी। इस मामले में विधि सम्मत कठोर कार्रवाई की जाएगी। सिन्हा ने यह भी कहा कि उन्होंने इस घटना के बारे में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों से संपर्क में हैं और सभी आवश्यक जानकारी ले रहे हैं।
पुल गिरने से 10 मजदूर फंसे
सुपौल जिले के बकौर से मधुबनी जिले के भेजा के बीच कोसी नदी पर निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा मरीचा के पास गिर गया। एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) वाई बी सिंह ने बताया कि घटना में कुल 10 मजदूर फंसे हुए थे और सभी को बचा लिया गया है। सिंह ने कहा, “अस्पताल ले जाते समय एक व्यक्ति की मौत हो गई और अन्य 9 मामूली चोटों के कारण खतरे से बाहर हैं।” इस मामले में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कहा, “जिला प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी उस स्थान पर पहुंच गए हैं जहां घटना हुई है। उन्होंने बताया कि पुल का निर्माण एनएचएआई द्वारा किया जा रहा है।”
यह भी पढ़े: IVF: क्या है IVF? जानें क्या का कहता है भारत का कानून