NCERT 12th Class book: नए सेशन की शुरूआत से बाजार में किताबें आने लगी है। लेकिन इस साल राष्ट्रीय शैक्षिक एवं अनुसंधान परिषद (NCERT) की ओर से 12वीं कक्षा की किताबों में बड़ा बदलाव किया गया है। ये बदलाव पॉलिटिकल साइंस की किताबों में हुआ है। इस मामले में NCERT का कहना है कि कुछ सालों में राजनीति में कई एतिहासिक बदलाव हुआ है जिनको ध्यान में रखते हुआ 12 क्लास की पॉलिटिकल साइंस कि किताब-“आजादी के बाद भारत की राजनीति” (Politics in India Since Independence) के चैप्टर 8 में छेड़छाड़ हुई है।
इस बारे में NCERT की आधिकारिक वेबसाइट ncert.nic.in पर बता गया कि ‘भारतीय राजनीति: नए अध्याय’ नामक चैप्टर 8 में वर्तमान भारतीय राजनीति में नए संदर्भों को जोड़ा गया है, जबकि पहले के ‘बाबरी’, ‘गुजरात दंगे’ और ‘हिंदुत्व की राजनीति’, अल्पसंख्यकों के मुद्दे, जैसे कुछ संदर्भों को हटाया गया है। इन सभी चीजों का अपडेट 2019 में अयोध्या राम जन्मभूमि पर आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले को ध्यान में रखकर लिया गया है। NCERT द्वारा अपडेट किया गया कंटेट को इसी सत्र यानी 2024-25 से लागू किया जाना है।
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अयोध्या को लेकर बदलाव
पॉलिटिकल साइंस के आठवें चैप्टर में ‘अयोध्या विध्वंस’ के संदर्भ को हटा दिया गया है। चैप्टर में ‘राजनीतिक लामबंदी की प्रकृति के लिए राम जन्मभूमि आंदोलन और अयोध्या विध्वंस की विरासत क्या है?’ इसे बदलकर ‘राम जन्मभूमि आंदोलन की विरासत क्या है?’ कर दिया गया। एनसीईआरटी का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि सवालों के जवाबों को नए बदलाव के साथ जोड़ा जा सके।
इतना ही नहीं, 5वें चैप्टर में ही मुसलमानों को विकास के लाभों से ‘वंचित’ करने का संदर्भ हटा दिया गया है। मुस्लिमों को लेकर किताब में लिखा गया है कि किस तरह से उन्हें अलग माना जाता है, जो उनके खिलाफ नफरत और हिंसा के पूर्वाग्रह को बढ़ा देता है। पहले यहां इस बात का जिक्र था कि उनके साथ गलत व्यवहार और भेदभाव किया जाता है।
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