AfghanistanAfghanistan

Afghanistan: जब से अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार बनी है तब से वहां की सरकार अपने फैसले को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है। आये दिन महिलाओं को लेकर कुछ ना कुछ बयान आता रहता है। Afghanistan में सरकार में आने के बाद महिलाओं की पढाई बंद कर दिया था।

अब महिलाओं के लिए एक नया फरमान जारी किया है। तालिबान ने घरेलू और बाहरी एनजीओ को आदेश दिया है कि काम करने वाली महिलाओं को सस्पेंड करें। इससे पहले तालिबान ने युवती और महिलाओं के लिए संचालित यूनिवर्सिटीज को बंद करने की घोषणा की थी।

ये भी पढ़िए: Yuganda: 2 साल के बच्चे को जिन्दा निगल गया ये जानवर, फिर जो हुआ….

आपको बतादें की अफगानिस्तान में तालिबान ने महलाओं के लिए शख्त आदेश जारी किया था जिसमे महिलाओं के लिए यूनिवर्सिटी बंद करने की घोषणा की गई थी। Afghanistan के शिक्षामंत्री के अनुसार, तालिबान ने अफगानिस्तान में युवती और महिलाओं के लिए संचालित यूनिवर्सिटीज को बंद करने की घोषणा की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अफगान के मंत्री का कहना है कि यह आदेश अगली सूचना तक लागू है और इसके तुरंत प्रभाव से लागू होने की उम्मीद है।

ये भी पढ़िए: Dinosaur: मैक्सिको में दिखाई दिए छोटे ‘डायनासोर’, वीडियो देख हो जाओगे हैरान

तालिबान के इस नए फरमान के बाद पुरे अफगानिस्तान में किसी भी लड़की या महिला को कॉलेज या यूनिवर्सिटी में दाखिला नहीं मिलेगा। तीन महीने पहले ही पूरे अफगानिस्तान में हजारों लड़कियों और महिलाओं ने विश्वविद्यालयों में आयोजित एडमिशन टेस्ट दिया था।

तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद ही महिलाओं और लड़कियों के शिक्षा को लेकर फरमान जारी आकर दिया था। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था की पुरुषो के स्कूलों में कोई भी महिला या लड़की ही पढ़ेगी इतना ही महिलाओं को सिर्फ महिला टीचर ही पढ़ाएंगी। हले ही महिलाओं के खिलाफ बयान से वहां की महिलाओं में रोष देखने को मिला। अब देखना ये है कि महिलओं के दूसरा फरमान क्या आता है।

By Javed

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अनन्‍या पांडे से ब्रेकअप के बाद आदित्य रॉय कपूर को मिला नया प्यार क्या कैप्सूल कवर वेज होता है या नॉनवेज ? फिल्ममेकर्स के करोड़ों रुपये क्यों लौटा देते हैं पंकज त्रिपाठी? सीने पर ऐसा टैटू बनवाया कि दर्ज हुई FIR, एक पोस्ट शख्स को मुशीबत में डाला इस वजह से हार्दिक पंड्या को नहीं बनाया कप्तान