Agra Development Authority: उत्तर प्रदेश के आगरा में ग्वालियर रोड से लिंक दक्षिणी बाईपास स्थित मुड़हेरा गांव में पहला लॉजिस्टिक हब बनने जा रहा है। इस परियोजना को विकसित करने में कुल 570 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें 350 करोड़ रुपये जमीन की खरीद और 220 करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च होंगे। इस लॉजिस्टिक हब के बनने से आगरा शहर की सड़कों पर माल ढुलाई के वाहनों का बोझ कम होगा और यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।
परियोजना की विशेषताएँ
आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ने इस बड़े प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू कर दी है। मुड़हेरा गांव ककुआ और भांडई में प्रस्तावित नई टाउनशिप से एक किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ 88 हेक्टेयर भूमि पर लॉजिस्टिक हब बनाया जाएगा, जहां भूमि का सर्किल रेट 70 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर है।
भूमि खरीद और मुआवजा
इस परियोजना के लिए काश्तकारों से भूमि की खरीद आपसी सहमति के आधार पर की जाएगी। सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा प्रदान किया जाएगा, जिससे भूमि खरीद पर 350 करोड़ रुपये खर्च होंगे। एडीए ने इस उद्देश्य के लिए सर्वे भी कराया है और अब सीड कैपिटल के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। सीड कैपिटल मिलते ही जमीन की खरीद प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
कनेक्टिविटी और पहुँच
मुड़हेरा लॉजिस्टिक हब की कनेक्टिविटी चारों दिशाओं में होगी। यह भांडई रेलवे स्टेशन से मात्र एक किमी की दूरी पर स्थित है और इनर रिंग रोड की सर्विस रोड से लिंक है। इनर रिंग रोड से फतेहाबाद रोड पर सिर्फ 10 मिनट में पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे, दक्षिणी बाईपास और जयपुर हाईवे के पास होने से मथुरा, दिल्ली, जयपुर और लखनऊ के लिए सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
औद्योगिक क्षेत्र में विकसित होगा हब
आगरा महायोजना 2031 में मुड़हेरा को औद्योगिक क्षेत्र घोषित किया गया है, जिससे यहां लॉजिस्टिक हब विकसित करने में कोई बाधा नहीं आएगी। भूमि अर्जन पर एडीए को चार हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर की लागत आएगी, जबकि विकास व्यय 2500 रुपये प्रति वर्ग मीटर होगा। इस तरह विक्रय के लिए भूमि का मूल्य करीब 13 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर होगा। वर्तमान में यहाँ भूमि का बाजार मूल्य 25 से 30 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर है।
सीड कैपिटल की जरूरत
मुड़हेरा में लॉजिस्टिक हब का प्रस्ताव एडीए की 143वीं बोर्ड बैठक में पास हो चुका है। भूमि की खरीद के लिए सीड कैपिटल की जरूरत है, जिसके लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। एडीए के सचिव, श्रद्धा शांडिल्य ने बताया कि सीड कैपिटल मिलते ही जमीन की खरीद प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
इस परियोजना से आगरा की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। लॉजिस्टिक हब के विकसित होने से माल ढुलाई की सुविधा और तेज हो जाएगी, जिससे व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।
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