5 वर्ष से भाजपा के साथ बन्द बन्द खेल रहे, शिवपाल यादव के इस पैंतरे पर, विश्व की सबसे बड़ी पार्टी अब क्या करेगी यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा। सबसे बड़ी पार्टी की मुश्किलें भी बढ़ा सकती है!
अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के एक होने के बाद असल सवाल सीटों को लेकर उठ रहे हैं।
भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव की 45 मिनट की मुलाकात में सीटों पर भी फैसला हो गया है। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को चुनाव में 5 से 7 सीट देने को तैयार हैं।
इस मुद्दे पर अखिलेश और शिवपाल के बीच बंद कमरे में लंबी बातचीत चली है। सूत्रों ने बताया कि अखिलेश ने यह भी संकेत दिया है कि शिवपाल सिंह यादव के लोगों को और एडजस्ट किया जाएगा। बताया जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव के खेमे के लोग सपा के सिंबल पर भी चुनाव लड़ सकते हैं। इस 45 मिनट की मुलाकात में दोनों लोगों के हाव-भाव प्रसन्नता वाले थे। इस मौके पर अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल सिंह यादव के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिए।
गठबंधन के ऐलान के बाद, उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा- हम चाचा-भतीजे की नूरा-कुश्ती बहुत दिन से देख रहे हैं। उनको ऐसा लगता होगा कि इससे फायदा मिलता है लेकिन इससे कोई फायदा नहीं है। भाजपा को किसी से कोई घबराहट नहीं है, चाहे समाजवादी पार्टी के गठबंधन में कोई भी आए या जाए