
Deoria Hadsa: जिले के मुख्यालय स्थित कसया रेलवे क्रॉसिंग के पास मंगलवार रात एक दर्दनाक रेल हादसा हुआ। एक मालगाड़ी की चपेट में आने से 28 वर्षीय युवक दीपक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना पर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
बाजार से लौटते वक्त हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक दीपक कुमार पुत्र राम अवध प्रसाद, सदर कोतवाली क्षेत्र के रामगुलाम टोला मोहल्ले के रहने वाले थे। दीपक पेशे से पेंटर थे और पेंटिंग का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। वह चार भाइयों में सबसे छोटे थे और अभी उनकी शादी नहीं हुई थी।
ये भी पढ़ें: Deoria: पोखर से मिला 10वीं की छात्रा मरियम का शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दीपक मंगलवार देर शाम बाजार से अपने घर लौट रहे थे। रात करीब 8 बजे के आसपास जब वे कसया रेलवे क्रॉसिंग से गुजर रहे थे, तभी भटनी की ओर जा रही एक तेज रफ्तार मालगाड़ी वहां से गुजरी। उसी दौरान दीपक ट्रेन की चपेट में आ गए। हादसा इतना भयानक था कि उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
ट्रेन रुकी, लोगों की भीड़ जुटी
घटना के तुरंत बाद ट्रेन चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई, जिससे मालगाड़ी करीब 15 मिनट तक ट्रैक पर खड़ी रही। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में राहगीर और स्थानीय लोग एकत्र हो गए। सूचना पाकर जीआरपी देवरिया की टीम मौके पर पहुंची और शव को रेलवे ट्रैक से हटाकर आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कीं।
जीआरपी अधिकारियों ने बताया कि हादसे की सूचना मृतक के परिजनों को दे दी गई है। शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
ये भी पढ़ें: Deoria: एक ही लड़की से बात करने को लेकर दोस्त ने दोस्त को मार डाला
घर में पसरा मातम, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
दीपक की मौत की खबर जैसे ही घर पहुंची, परिजनों में कोहराम मच गया। मां-बाप और भाइयों का रो-रोकर बुरा हाल है। आसपास के लोग परिवार को ढांढस बंधाने में लगे हैं। मोहल्ले के लोगों के अनुसार, दीपक शांत स्वभाव के और मेहनती युवक थे। वे पिछले कई वर्षों से पेंटिंग का काम कर परिवार की आर्थिक मदद कर रहे थे।
स्थानीय लोगों ने मांगी सुरक्षा व्यवस्था
स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि कसया रेलवे क्रॉसिंग पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाएं, क्योंकि इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों लोग गुजरते हैं। शाम और रात के समय दृश्यता कम होने के कारण यहां दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है।