Deoria Loot

Deoria Loot: देवरिया में बेखौफ बदमाशों ने एक रेस्टोरेंट के मैनेजर की बाइक को हथियार से लूट लिया। पीड़ित ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है, जिस पर पुलिस ने मामले की जांच में जुटने का ऐलान किया है।

मामले के अनुसार, देवरिया के भलुअनी थाना क्षेत्र के मरकड़ा निवासी कृपा नारायण मिश्र पुत्र राधेश्याम मिश्रा बरहज नगर के कैप्टन रेस्टोरेंट में मैनेजर हैं। रविवार की रात रेस्टोरेंट के बंद होने के बाद वे अपने घर की ओर जा रहे थे। 11 बजकर 10 मिनट के बाद ही बेलासपुर बंगरौली मोड़ पर, छह बदमाश उनके पास आए और पिस्टल लेकर उनसे 6 हजार रुपए और मोटर साइकिल (हीरो स्प्लेंडर यूपी 52CA 4447) को लूट लिया।

तहरीर दर्ज हुई घटना की जांच

पीड़ित ने इस घटना की जानकारी देने के लिए 112 पर फोन किया। कुछ ही देर में डायल 112 और थानाध्यक्ष भलुअनी भी पहुंच गए, जिन्होंने पीड़ित से घटना के बारे में जानकारी ली। थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने बताया कि एक तहरीर दर्ज की गई है और घटना की जांच शुरू की जा रही है।

लूट-पाट से बचने के लिए इन बातों का रखें ख्याल

इस तरह के हादसों से बचने के लिए, व्यक्ति और स्थापनाएं कई सावधानियाँ अपना सकती हैं:

  1. सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल करें: इंद्रधनुष्य विज्ञान कैमरे को स्थापित करना अपराधियों के लिए डरावना कारण बन सकता है। यह एक हादसे के मामले में दोषियों की पहचान में मदद करता है।
  2. प्रकाशित सौर्य: सुनिश्चित करें कि आसपास के इलाके अच्छे प्रकाशित हैं, खासकर रात्रि के समय। ठीक से प्रकाशित इलाका अपराधियों को डरा सकता है और संदिग्ध गतिविधियों को पहचानने में मदद कर सकता है।
  3. सुरक्षा कर्मियों का प्रयोग करें: सुरक्षा गार्ड या कर्मियों को नियुक्त करना एक अतिरिक्त संरक्षण परत प्रदान कर सकता है। वे क्षेत्र का मॉनिटरिंग कर सकते हैं और किसी भी सुरक्षा संदेह के बारे में त्वरित प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
  4. सुरक्षित पार्किंग: ग्राहकों और कर्मचारियों को सुरक्षित और प्रकाशित क्षेत्रों में उनके वाहनों को पार्क करने के लिए प्रोत्साहित करें। चोरी से बचाव के लिए ताले, चेन या बाइक रैक्स जैसे सुरक्षा उपाय स्थापित करें।
  5. प्रशिक्षण और जागरूकता: कर्मचारियों को सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में शिक्षित करें और आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया करने का तरीका सिखाएं। आपातकालीन प्रक्रियाओं का अभ्यास करने के लिए नियमित अभ्यास कराएं।
  6. सुरक्षित मार्गों का प्रयोग करें: कर्मचारियों से यह सलाह दें कि वे सुरक्षित मार्गों का प्रयोग करें, विशेष रूप से रात्रि के समय। छोटी या अप्रकाशित क्षेत्रों से बचें।
  7. कानूनी अधिकारियों के साथ सहयोग: स्थानीय कानूनी अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधियों को तत्काल सूचित करें और जांचों में सहयोग करें।
  8. आपातकालीन संचार प्रणाली: आपातकालीन स्थितियों में प्राधिकरणों और कर्मचारियों को सूचित करने के लिए एक विश्वसनीय संचार प्रणाली होना चाहिए।

इन बातों का ध्यान रखने से ऐसी लूट से बचने में काफी मदद मिल सकती है। इसलिए इन्हें जरूर करें।

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