देवरिया: जनपद में मतदातन जागरूकता के लिए चलाये जा रहे स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत 28 फ़रवरी को बेसिक शिक्षा परिषद की अध्यापिकाओं द्वारा शहर में स्कूटी रैली निकाली गई। विकास भवन के प्रांगण में प्रातः सैकड़ो की संख्या में शिक्षिकाएं स्कूटी एवं स्लोगन के साथ एकत्रित हुई। रैली को रामपुर कारखाना ब्लाक के प्रेक्षक मनोज कुमार साहू, जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन एवं मुख्य विकास अधिकारी/स्वीप नोडल रवीन्द्र कुमार ने हरि झंडी दिखाकर रवाना किया।

ये भी पढ़िए: देवरिया: पारिवारिक वादों के मामलों के निस्तारण हेतु अधिवक्ताओं के साथ की गयी बैठक

रैली विकास भवन देवरिया से प्रारम्भ कर रूद्रपुर मोड़ से होते हुए कतरारी मोड़, खोराराम मोड, सी०सी० रोड,परशुराम चौक, देवरिया गोरखपुर ओवरब्रिज से होते हुए विकास भवन पर समाप्त हुई। रैली का नेतृत्व मुख्य विकास अधिकारी एवं स्वीप नोडल रवीन्द्र कुमार एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहायक स्वीप नोडल संतोष कुमार राय ने स्काउट गाइड के स्काउट मास्टर संजय मिश्रा एवं संदीप द्विवेदी के साथ किया।

रैली के समापन के बाद विकास भवन के गांधी सभागार में मुख्य विकास अधिकारी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र के शक्तिकरण में महिलाओं का बड़ा योगदान है और आप सबकी भागीदारी से मतदान का वांक्षित लक्ष्य जरूर पूरा होगा। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को मतदान की शपथ दिलाते हुए परिवार के सदस्यों आसपास एवं परिवेश के लोगों को मतदान हेतु प्रेरित करने की बात कही।

इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय, खंड शिक्षा अधिकारी देवरिया विजयपाल नारायण त्रिपाठी,जिला व्यायाम शिक्षक संजय सिंह, जिला समन्वयक सामुदायिक शिक्षा डॉक्टर आलोक पांडेय,स्वीप कोऑर्डिनेटर आशुतोष नाथ तिवारी, शिखर शिवम त्रिपाठी, अंजनी द्विवेदी, शीला चतुर्वेदी,नीलम सिंह, सुनीता सिंह,शाइस्ता शाहीन,रीमा,नीलूबाला,अनीता,दुजाता तिवारी,नूतन त्रिपाठी,सुधा मिश्रा,कंचनलता,तूलिका चतुर्वेदी समेत सैकड़ो की संख्या में अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।

By Javed

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अनन्‍या पांडे से ब्रेकअप के बाद आदित्य रॉय कपूर को मिला नया प्यार क्या कैप्सूल कवर वेज होता है या नॉनवेज ? फिल्ममेकर्स के करोड़ों रुपये क्यों लौटा देते हैं पंकज त्रिपाठी? सीने पर ऐसा टैटू बनवाया कि दर्ज हुई FIR, एक पोस्ट शख्स को मुशीबत में डाला इस वजह से हार्दिक पंड्या को नहीं बनाया कप्तान