Election Commissioner resign: लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने पद छोड़ दिया है। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। भारत के तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में पहले से ही एक पद खाली था और अब केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के पास ही पद बचेगा।
इस्तीफा देना का क्या का कारण
जानकारी के मुताबिक, लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा अगले सप्ताह होने की संभावना है। ऐसे में गोयल के इस्तीफे ने अब उस समयरेखा पर सवाल खड़े किये है। इस मामले में शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि गोयल ने इस्तीफा देते समय व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया। इतना ही सरकार ने उन्हें इस्तीफा न देने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने जिद की। इस अटकल पर कि इस्तीफे का कारण स्वास्थ्य है, उन्होंने कहा कि गोयल बिल्कुल स्वस्थ हैं। एक अधिकारी ने कहा, “सरकार अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करेगी।” बता दें कि, गोयल का कार्यकाल 2027 तक था और वह अगले साल राजीव कुमार की सेवानिवृत्ति के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में उनकी जगह लेने की कतार में थे।
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नेताओं ने जताई चिंता
तृणमूल कांग्रेस नेता साकेत गोखले ने गोयल के इस्तीफे को “बहुत चिंताजनक” बताया है। उनका कहना है कि अब चुनाव आयुक्तों को चुनने वाले पैनल में प्रधान मंत्री, एक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और विपक्ष के नेता शामिल हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि, “चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने अचानक इस्तीफा दे दिया है। अन्य ईसी का पद खाली है। मोदी सरकार ने एक नया कानून पेश किया है, जहां अब चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पीएम मोदी के बहुमत से की जाएगी और 1 मंत्री को उनके द्वारा चुना जाएगा। मोदी 2024 के चुवान से पहले 3 में से 2 चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति करेंगे। इतना ही नही, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने भी इस्तीफे को बेहद चिंताजनक बताया है। यह दावा भी किया कि चुनाव आयोग कैसे काम कर रहा है, इसमें “बिल्कुल कोई पारदर्शिता नहीं है”।
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