J&K: जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकी हमले तेज हो गए हैं। रियासी में बस में सवार श्रद्धालुओं को निशाना बनाने के लगभग 60 घंटे बाद मंगलवार रात आतंकियों ने 2 जगहों पर फिर दुस्साहस दिखाया। इसके बाद रात करीब आठ बजे कठुआ के एक गांव में अंधाधुंध फायरिग की और इसके करीब साढ़े तीन घंटे बाद 11ः30 बजे डोडा जिले के भद्रवाह में सेना के कैंप पर हमला कर दिया। कठुआ और डोडा में सेना का ऑपरेशन जारी है।
बता दें कि इस घटना में अभी तक 9 श्रद्धालुओं की जान चली गई। 1 जवान शहीद हुआ और 2 आतंकी मारे गए। तीनों घटनाओं में 5 जवानों समेत कुल 48 लोग घायल हुए हैं।
जानें तीनों आतंकी घटना के बारे में
दरअसल, हाल में ही यानी 11 जून करीब रात 1-2 बजे, जम्मू के डोडा में आतंकी हमला हुआ। बता दें, आतंकियों ने भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर 4 राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की जॉइंट चेकपोस्ट पर फायरिंग की। 5 जवान और एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) घायल। हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स (जेईएम/जैश) ने ली है।
वही, दूसरी घटना शाम 8 बजे हुई। यह घटना जम्मू के कठुआ में हुई। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान बॉर्डर से लगे हीरानगर के सैदा सोहल गांव में दो आतंकियों ने घरों का दरवाजा खटखटाकर पानी मांगा। ग्रामीणों को शक हुआ तो दरवाजे बंद कर शोर मचाया। आतंकियों ने फायरिंग की। एक ग्रामीण घायल हुआ। DIG और SSP पहुंचे तो एक आतंकी ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग की। ग्रेनेड फेंकने के दौरान वह मारा गया।
12 जून को लगातार दूसरे दिन जारी मुठभेड़ में एक और आतंकी मारा गया। पुलिस ने आतंकी के पास से अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन बरामद की है। ऑपरेशन अभी भी जारी है, क्योंकि सुरक्षाबलों को एक और आतंकी के छिपे होने की आशंका है।
9 जून से हुई थी शुरूआत
आतंकी हमले की शुरूआत जम्मू के रियासी से हुई थी। जहां 9 जून की शाम 6:15 बजे भयकर हासदा हुआ। मोदी सरकार के शपथ के दिन कंदा इलाके में शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर आतंकियों ने 25-30 राउंड फायरिंग की। इसमें ड्राइवर को गोली लगी। बस खाई में गिरी। 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। 41 घायल हो गए। पुलिस ने संदिग्ध आतंकी का स्कैच जारी किया। 20 लाख रुपए का इनाम रखा। 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। सर्च ऑपरेशन जारी।
के डिप्टी कमिश्नर राकेश मिन्हास और SSP कठुआ अनायत अली चौधरी के संपर्क में हूं। जिस घर पर हमला हुआ था, उसका मालिक (नाम का खुलासा नहीं किया जाएगा) भी मोबाइल फोन पर संपर्क में है। संयुक्त पुलिस और अर्धसैनिक अभियान चल रहा है।
सुरक्षा बढ़ाई गई, श्रद्धालुओं को सावधानी की सलाह
वैष्णो देवी रूट पर सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए गए हैं। अब श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। रियासी से कटरा तक के 30 किलोमीटर के मार्ग पर सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाई गई है। हर बस में अब दो सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। इसके अलावा, रियासी से कटरा के बीच 5 जगहों पर बैरक बनाए जा रहे हैं। यात्रियों को संज्ञान में लेते हुए रात में यात्रा करने से बचने, जंगलों के निकट रुकने और केवल आवासीय क्षेत्रों में ही ठहरने की सलाह दी जा रही है। वाहनों और यात्रियों को ट्रैक करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग करने की संभावना पर विचार किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसके साथ ही प्रशासन और पीड़ितों के बीच लगातार संपर्क बनाए रखने का समर्थन भी दिया है।
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