Lucknow: कल दिवाली थी और देश हर कोने में दिवाली की धूम मची थी। कर कोई जश्न में डूबा हुआ था। इसी बीच Lucknow के गोमतीनगर से इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक वीडियो समय आई है। यहां गोमती नगर स्तिथ पत्रकार पुरम मार्केट में नगर निगम द्वारा दिवाली के मौके पर दुकानें लगवाई गई हैं। पत्रकारपुरम में स्थित एक घर की महिला ने बाहर आकर उनकी दुकानों को डंडों से तोड़ा, बैट चलाए और दिए और अन्य सजाने के सामानों को तोड़ दिया। कहने के लिए ये दुकाने नगर निगम की तरफ से ‘लोकल फॉर वोकल ‘ को बढ़ावा देने के लिए लगवाया गया था।
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अब इसे पैसे का घमंड कह लीजिए या दौलत का नशा। लोग कहते हैं सरकार गरीबों पर जुर्म करती हैं लेकिन यहाँ गरीबों पर जुर्म करने वाली सरकार नहीं बल्कि दौलत के नशे में चूर एक रईसजादी हैं। बताया जा रहा हैं की ये महिला पेशे से डॉक्टर हैं। हालंकि दुकानों को डंडे से तोड़ना, बैट से मिट्टी के दिए और सजावट के सामान को नष्ट करने के पीछे की असली वजह क्या हैं ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया हैं। वजह चाहे जो भी लेकिन इस तरह से किसी गरीब के पेट पर लात मारना सही तो नहीं हैं।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने नाराजगी जाहिर की और आरोपी महिला पर सख्त से सख्त कार्यवाई की मांग की, और दुकानदारों के नुकसान की भरपाई महिला से करवाने की मांग की। वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने ट्वीट किया और लिखा-
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वर्षा सिंह नाम की एक यूजर ने लखनऊ पुलिस और नगर निगम लखनऊ को ट्वीट कर लिखा- लखनऊ में गोमती नगर स्तिथ पत्रकार पुरम मार्केट में नगर निगम द्वारा दिवाली के मौके पर दुकानें लगवाई गई हैं। पत्रकारपुरम में स्थित एक घर की महिला ने बाहर आकर उनकी दुकानों को डंडों से तोड़ा, बैट चलाए और दिए और अन्य सजाने के सामानों को तोड़ दिया।
वही राजु कमार छाबरा नाम एक यूजर ने लिखा-सर महिला ने ऐसा क्यों किया, इस बारे मैं कोई ब्यान दिया,अगर उसको समाज के बीच रहने मै कोई दिक्कत है शांति प्रिय महोल चाहती हैं तो कहीं एकांत में कोठी शिफ्ट करवा दीजिए.. ऐसे गुंडे लोगों की अकड़ निकालने के लिऐ एक हफ्ते की जेल और नुकसान की डबल भारपाई के लिऐ कोर्ट से प्रार्थना कीजिए।
बमबम कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा- महाशय आप अविलंब एफआईआर दर्ज करके कारवाई कीजिए। अन्यथा एक गरीब दुकानदार के आंसू आप ही को लगेंगे। वो भी दीवाली के दिन! गरीब के भी स्वाभिमान होते हैं सर! उसको इस प्रकार क्षति को देखकर हृदय रोने लगा है।
इस मामले के बाद Lucknow पुलिस ने ट्वीट कर लिखा- प्रकरण मे पुलिस द्वारा मौके पर पहुंच कर समझा-बुझा कर मामला शान्त कराया गया, पीड़ित दुकानदारों से तहरीर प्राप्त कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जायेगी ।
इसका जवाब देते हुई दिनेश शर्मा नाम के एक यूजर ने लिखा- ऐसे मामले में समझा बुझाकर शांत नही करना चाहिए। नुकसान की भरपाई इस औरत से करवाकर कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए।
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