Maharajganj: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के ग्राम सभा पिपरिहा गुरु गोविन्द राय में एक बगीचे के रखवाले द्वारा तीन बच्चों को अमानवीय सजा दिए जाने की घटना ने सभी को चौंका दिया है। यह दिल दहला देने वाली घटना तब प्रकाश में आई जब बगीचे में आम चुनने के लिए गए बच्चों को बगीचे के रखवाले ने बुरी तरह पीटा और उनके साथ क्रूरता की।
घटना की जानकारी के अनुसार, तीनों बच्चे—जिनकी उम्र 10 से 12 वर्ष के बीच बताई जा रही है—बगीचे में आम चुनने के लिए घुसे थे। बगीचे का रखवाला पहले ही बच्चों को आम चुनने से मना कर चुका था, लेकिन बच्चों ने उसकी बात को नजरअंदाज कर दिया। इस पर गुस्साए बगीचे के रखवाले ने बच्चों को पकड़ लिया और उन्हें एक पेड़ से रस्सी के सहारे बांध दिया।
बच्चों की बेरहमी से पीटा
बांधने के बाद उसने बच्चों की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। बच्चों के दर्दनाक चीख-पुकार को दबाने के लिए, रखवाले ने उनके मुंह में आम ठूंस दिए ताकि उनकी आवाज बाहर तक न पहुंच सके। इस अमानवीय व्यवहार की तस्वीरें और वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर लिए और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए।
आवाज दबाने के लिए मुंह में ठूंसा आम
वीडियो में बगीचे के रखवाले की बर्बरता स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। बच्चों की स्थिति देखकर यह स्पष्ट होता है कि वे काफी परेशान और दर्द में थे। जब बच्चे पिटाई से कराह रहे थे, तो उनके मुंह में आम ठूंसकर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई। इसके बाद, आरोपी ने बच्चों को धमकी दी कि अगर वे दोबारा बगीचे में आएंगे तो उन्हें इससे भी अधिक यातना सहनी पड़ेगी।
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वीडियो वायरल होने के बाद, घटना ने व्यापक जनमानस का ध्यान खींचा। बच्चों की मां ने चौक थाना पहुंचकर आरोपी के खिलाफ लिखित शिकायत दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
थानाध्यक्ष चौक, प्रशांत पाठक ने पुष्टि की कि बच्चों के साथ की गई बर्बरता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने मारपीट, गाली-गलौज और धमकी देने के आरोपों के तहत आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की है। पुलिस अब घटना की पूरी जांच कर रही है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना ने समाज में गंभीर प्रश्न उठाए हैं और यह साफ कर दिया है कि बच्चों के खिलाफ किसी भी तरह की क्रूरता या अमानवीयता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई से स्थानीय लोगों को भी आश्वस्ति मिली है कि कानून के दायरे में आकर ही ऐसी समस्याओं का समाधान होगा।
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